
जयपुर। बीएसडीयू जयपुर कौशल विकास कार्यक्रमों की पेशकश करने वाले अग्रणी विश्वविद्यालयों में से एक है। इसे राजस्थान सरकार द्वारा राज्य विधान मंडल अधिनियम 2017 की संख्या 3 और अधिसूचित अधिसूचना संख्या एफ 2 (4) विधि/2017 दिनांक 30 मार्च, 2017 द्वारा शामिल किया गया है।
यूजीसी ने अपने पत्र क्रमांक एफ.8-14/2017 (सीपीपी-आई/पीयू) दिनांक 4 अगस्त 2017 के अनुसार विश्वविद्यालयों की अपनी सूची में बीएसडीयू को शामिल किया है। हाल ही में फैली कोविड – 19 महामारी के कारण बीएसडीयू ने संपर्क रहित प्रवेश प्रक्रिया शुरू की है। विश्वविद्यालय अपने 3-वर्षीय बी. वोक. पाठ्यक्रम के लिए आवेदन आमंत्रित करता है, जहां पाठ्यक्रम 60 प्रतिशत स्किल्स और 40 प्रतिशत सामान्य शिक्षा घटकों पर केंद्रित है।
बीएसडीयू प्रशिक्षण के स्विस-ड्यूल सिस्टम की अनुपालना करता है जहाँ 1.5 वर्ष तक की औद्योगिक इंटर्नशिप की पेशकश होती है, अर्थात छात्र को हर वैकल्पिक सेमेस्टर में व्यावहारिक औद्योगिक माहौल से अवगत कराया जाता है।
यह एक ऐसी सुविधा है, जो किसी अन्य विश्वविद्यालय द्वारा उपलब्ध नहीं कराई जाती है। किसी भी विश्वविद्यालय की असली मजबूती उसके छात्र होते हैं और इन अर्थों में उन्हें संस्थान के ब्रांड एम्बेसडर के रूप में माना जाता है। बीएसडीयू का प्रशिक्षण और प्लेसमेंट सेल छात्रों की आकांक्षाओं का पूरा ध्यान रखता है और उन्हें पूरा करने का हरसंभव प्रयास करता है। साथ ही यह उद्योग की आवश्यकताओं के अनुरूप भर्ती करने वालों की जरूरतों और छात्रों के स्किल के साथ एक महत्वपूर्ण संबंध बनाता है।
छात्रों को अपनी दिलचस्पी के क्षेत्र में कौशल को सुरक्षित रखने और आगे ब?ाने की स्वतंत्रता है और साथ ही बीएसडीयू सॉफ्ट स्किल ट्रेनिंग, व्यक्तित्व विकास, आंतरिक इंटर्नशिप के दौरान संकाय और प्रशिक्षकों की पूर्ण भागीदारी के माध्यम से उनके कौशल को ब?ाता है और भारत और विदेश में बेहतरीन कंपनियों के प्लेसमेंट में उत्कृष्ट सहयोग करता है।
छात्रों को मॉक इंटरव्यू, समूह चर्चा, तकनीकी/सामान्य विषयों पर प्रस्तुतियों और विश्वविद्यालय के बाहर एक पूरे नए एक्सपोजर के लिए तैयार करने वाली उद्यमिता की कठोर प्रक्रिया के माध्यम से तैयार किया जाता है। वर्ष 2020 में 100 से अधिक कंपनियों ने इंटर्नशिप के लिए बीएसडीयू कैम्पस का दौरा किया। इस दौरान 378 विद्यार्थी इंटर्नशिप के लिए चुने गए और सर्वाधिक स्टाइपेंड रहा 25,000 रुपए प्रति माह।
बीएसडीयू के प्रेसीडेंट प्रो. अचिंत्य चैधरी कहते हैं, ”भारतीय कौशल विकास विश्वविद्यालय एकमात्र ऐसा विश्वविद्यालय है जो अत्याधुनिक सेट-अप और बुनियादी ढांचे की पेशकश करता है, और जहां उद्योग के विशेषज्ञों द्वारा डिजाइन किया गया पाठ्यक्रम उपलब्ध है। बीएसडीयू ने सिर्फ नौकरी तलाशने वाले छात्र तैयार करने की बजाय हमेशा छात्रों को उद्यमी बनाने की विचारधारा के साथ उन्हें आगे ब?ाने पर ध्यान केंद्रित किया है।
विश्वविद्यालय ने प्रतिष्ठित संगठनों के साथ मजबूत सहयोग किया है और इसी सहयोग के बलबूत अपने पाठ्यक्रम में 1.5 साल की इंटर्नशिप के माध्यम से छात्रों को संपूर्ण औद्योगिक ज्ञान प्रदान किया जाता है। यह प्रक्रिया न केवल भारत बल्कि दुनिया भर में उद्योगों और संगठनों के लिए छात्रों को प्रशिक्षित संसाधन के तौर पर प्रस्तुत करने के लिए उपयोगी है।”
प्रो. चैधरी ने आगे कहा, “बी.वोक. प्रोग्राम को इस तरह डिजाइन किया गया है, ताकि विद्यार्थी अपने विषय में न सिर्फ ज्ञान हासिल कर सकें, बल्कि वे आवश्यक तकनीकी कौशल भी हासिल करने में सफल हो सकें। राजस्थान में स्थित हमारे विश्वविद्यालय में ऐसे संकाय सदस्य कार्यरत हैं जो हमारे छात्रों को प्रशिक्षित करने वाले उद्योगों में अपने-अपने क्षेत्रों में अनुभवी हैं। हमारे छात्र वैश्विक संस्कृति का अनुभव करते हैं क्योंकि उन्हें अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षकों और परियोजना प्रबंधकों द्वारा ट्रेनिंग दी जाती है।”
यूजीसी ने नेशनल स्किल क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एनएसक्यूएफ) पर आधारित बी. वोक. और एम. वोक. कार्यक्रमों को मंजूरी दी है, ताकि देश में स्किल सेट्स की महत्वपूर्ण आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए स्नातक स्तर के छात्र तैयार किए जा सकें। ये पाठ्यक्रम अब किसी भी अन्य स्नातक डिग्री प्रोग्राम के बराबर हैं।
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