
राज्यसभा में बोले पीएम: विपक्ष की सारी हरकतें फेल, इसलिए मैदान छोड़कर भाग गए
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब दिया। इा दौरान विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। करीब आधे घंटे के भाषण के बाद विपक्ष ने सदन से वाकआउट कर दिया। इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देशवासियों ने जो आदेश दिया है, उसे वे (विपक्ष) पचा नहीं पा रहे। कल उनकी सारी हरकतें फेल हो गईं। आज इसलिए वे मैदान छोड़कर भाग गए। विपक्ष के वाकआउट पर सभापति धनखड़ ने कहा कि ये लोग मुझे नहीं संविधान को पीठ दिखाकर भाग रहे हैं।
कांग्रेसियों के मुंंह में घी-शक्कर
एक घंटे 50 मिनट के भाषण में पीएम मोदी ने कहा कि 60 साल के बाद यह हुआ है कि लगातर तीसरे कार्यकाल के लिए किसी सरकार की वापसी हुई है। यह घटना असामान्य है। कुछ लोग जानबूझकर के उससे अपना मुंह फेरकर बैठे रहे। कांग्रेस के कुछ साथियों को मैं धन्यवाद देना चाहता हूं। उन्होंने बार-बार ढोल पीटा था कि एक तिहाई सरकार। इससे बड़ा सत्य क्या हो सकता है कि हमारे दस साल हुए हैं, बीस साल बाकी है। उनके मुंह में घी शक्कर।
राज्यसभा में बोले पीएम:अच्छा होता पेपर लीक पर सभी दल अपनी राय रखते
मोदी ने कहा कि पेपर लीक एक बड़ी समस्या है। मेरी इच्छा थी, सारे दल इस पर अपनी राय रखते। लेकिन यह मुद्दा भी इन्होंने राजनीति की भेंट चढ़ा दिया। मैं देश के नौजवानों को आश्वस्त करता हूं कि आपको धोखा देने वालों को यह सरकार छोड़ने वाली नहीं है। इन्हें सख्त सजा मिले, इसलिए एक के बाद एक एक्शन लिए जा रहे हैं। हमने इसके लिए सख्त कानून बनाया है।
मणिपुर में हिंसक घटनाएं कम हो रही हैं
मणिपुर में लगातार हिंसक घटनाएं कम हो रही हैं। स्कूल कॉलेज दफ्तर और अन्य संस्थान चल रहे हैं। मणिपुर में भी परीक्षाएं हुई हैं। जो भी तत्व मणिपुर की आग में घी डाल रहे हैं, एक समय आएगा जब मणिपुर उन्हें रिजेक्ट कर देगा। जो लोग मणिपुर के इतिहास जानते हैं, उन्हें पता है कि वहां सामाजिक संघर्ष का इतिहास रहा है। इन्हीं कारणों से मणिपुर में 10 बार राष्ट्रपति शासन लगाना पड़ा। मैं इस सदन में देश को बताना चाहता हूं कि 1993 में मणिपुर में ऐसी ही घटनाएं हुई थीं, जो 5 साल चली थीं। यह इतिहास समझकर हमें स्थितियों को ठीक करना है।
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