
– रामायण नाटक का मंचन रहा समारोह में मुख्य आकर्षण का केंद्र
-ऑर्केस्ट्रा, नृत्य सहित विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मन मोहा
जयपुर। स्टूडेंट्स द्वारा ऑर्केस्ट्रा, नत्य, नाटक सहित विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम की शुरुआत ‘जेपीट्स इन सिम्फनी’ से हुई, जिसमें दिल को छू लेने वाली ऑर्केस्ट्रा प्रस्तुति और गान का सम्मोहक समन्वय शामिल था, प्रस्तुति से मंत्रमुग्ध दर्शकों ने एक अविस्मरणीय शाम की शुरुआत की। यह अवसर था महापुरा स्थित जयश्री पेरीवाल इंटरनेशनल स्कूल के 12वें वार्षिकोत्सव और पुरस्कार वितरण समारोह का, जिसे भव्यता और सांस्कृतिक जीवंतता के साथ मनाया गया।
विद्यालय की विद्यार्थी परिषद के हेड बॉय आदर्श त्रिपाठी और हेड गर्ल आशी गोयल ने स्वागत भाषण देते हुए उपस्थित लोगों का अभिनंदन किया। तत्पश्चात छात्र परिषद ने वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए पिछले वर्ष के दौरान स्कूल की उल्लेखनीय शैक्षणिक और सह-पाठ्यक्रम उपलब्धियों से उपस्थित गणों को अवगत करवाया। इसी कड़ी में स्कूल की चेयरपर्सन, डॉ. जयश्री पेरीवाल और विद्यालय प्रमुख द्वारा प्रतिभावान विद्यार्थियों को विविध क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पुरस्कार प्रदान किए गए।
कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की श्रृंखला की शुरुआत जीवंत और आश्चर्यचकित कर देने वाले नेत्रहीन नृत्य के साथ हुई, जिसके उपरांत एक से एक अद्भुत प्रदर्शन हुए, जिन्होंने दर्शकों के मन मोह लिया। शाम का मुख्य आकर्षण था रामायण’ का नाटकीय मंचन, जिसमें धर्म की विजय की कालजयी गाथा को अत्यंत प्रभावशाली ढंग से प्रेरक शैली में जीवंत नृत्यों और हृदयस्पर्शी संगीत से सजीव कर दिया। इस रंगारंग प्रस्तुति ने जेपीट्स के असाधारण कौशल को बखूबी दर्शाया।
इस अवसर पर स्कूल की चेयरपर्सन, डॉ. जयश्री पेरीवाल ने छात्रों को प्रेरित करते हुए उन्हें सतत उत्कृष्टता के लिए प्रयासरत रहने की प्रेरणा दी। उन्होंने प्रत्येक छात्र के संपूर्ण सामर्थ्य को साकार करने में सहयोग देने की प्रतिबद्धता दोहराई और स्कूल के दृढ़ संकल्प को आत्मविश्वासपूर्ण, करुणामयी और महत्वाकांक्षी व्यक्तियों का निर्माण करने के लिए समर्पित किया।
इस रोमांचक कार्यक्रम का समापन कल्चरल हेड बॉय श्रेष्ठ मंगल और कल्चरल हेड गर्ल मन्नत सामरा द्वारा दिए गए हार्दिक धन्यवाद ज्ञापन तथा राष्ट्रगान से हुआ। यह संध्या युवा प्रतिभाओं के रचनात्मक उत्साह और समर्पण का सजीव प्रमाण थी, जिसने दर्शकों को अपनी ऊर्जावान और कलात्मक प्रस्तुतियों से अभिभूत कर दिया।