
मध्य प्रदेश के ग्वालियर में मंगलवार सुबह ऑटो और बस की आमने-सामने से हुई टक्कर में 13 लोगों की मौत हो गई। इनमें ऑटो ड्राइवर और इसमें बैठी 12 महिलाएं शामिल हैं। सभी महिलाएं रात को आंगनबाड़ी में स्कूली बच्चों के लिए खाना बनाकर लौट रही थीं। 9 महिलाओं और ऑटो ड्राइवर की मौके पर ही मौत हो गई। तीन महिलाओं को अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें भी मृत घोषित कर दिया गया।
ऑटो ग्वालियर से मुरैना रोड पर चमन पार्क की तरफ जा रहा था, जबकि बस मुरैना से ग्वालियर आ रही थी। हादसा आनंदपुर ट्रस्ट अस्पताल के सामने हुआ। स्थानीय लोगों की सूचना पर पुरानी छावनी थाने की पुलिस मौके पर पहुंच चुकी है। मृतकों में से 9 की पहचान हो गई है। सभी शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। इस मामले में ग्वालियर आरटीओ एपीएस चौहान को सस्पेंड कर दिया गया है।

सरकार मृतकों के परिवारों को 4-4 लाख रूपए की सहायता देगी
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हादसे पर दुख जताया है। सरकार ने मृतकों के परिवारों को 4-4 लाख और घायलों को 50 हजार रुपए की मदद देने का ऐलान किया है।
परिजनों ने 10 लाख रू. और नौकरी की मांग की
हादसे के बाद शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए लाया गया। पीएम के बाद शवों को एंबुलेंंस में रखते ही लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। शव वाहन के ड्राइवर को मारकर भगा दिया। लोगों की मांग थी कि मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपए मुआवजा, नौकरी और बच्चों को उच्च शिक्षा तक की पढ़ाई मुफ्त में दी जाए।
मौके पर कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक और सतीश सिकरवार भी मौके पर पहुंच गए। नेताओं ने कहा कि मृतकों के सीधी बस हादसे में 7-7 लाख रुपए दिए गए थे, इसी तरह से यहां पर भी मदद दी जाए। इसके बाद अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि परिजनों को सीधी हादसे में जैसी मदद दी जाएगी। इसके बाद शव जाने दिया गया। सरकार ने चार-चार लाख रु. देने की घोषणा की हुई है।
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