वीसी में सीएम अशोक गहलोत की 2 बड़ी घोषणा

साधु संत मंदिर जा सकते हैं, मेरी तरफ से साधु महात्माओं को मैसेज दे दीजिए, सीवरेज में नहीं उतरना चाहिए कोई सफाईकर्मी

  • निकायों के साथ वीसी में सीएम ने की घोषणा
  • जोधपुर के घनश्याम ओझा ने की थी सीएम से सावन में मंदिर खोलने की मांग
  • सीएम ने सफाईकर्मियों से संवाद के दौरान अफसरों को दिए निर्देश
  • राजस्थान में एक भी सफाईकर्मी सीवरेज में नहीं उतरना चाहिए, अफसर इस बात का खास ध्यान रखें
  • सीएम ने डूंगरपुर  में सफाई के क्षेत्र में हुए काम की जमकर तारीफ की
  • कोराना काल में निकायों के काम की सीएम ने की तारीफ
  • पहली बार सफाईकर्मियों के साथ भी सीएम ने किया संवाद

जयपुर. सीएम अशोक गहलोत शहरी निकायों के जनप्रतिधियों, अफसरों और सफाईकर्मियों के साथ  वीसी के दौरान  मंदिर खोले जाने की मांग पर कहा कि  साधु संत मंदिर जा सकते हैं, मेरी तरफ से साधु महात्माओं को मैसेज दे दीजिए।  साधु महात्मा मंदिर जा सकते हैं, उन्हें कोई नहीं रोकेगा,  मंदिर खुले ही हैं, मंदिर में पुजारी पूजा कर ही रहे हैं, केवल श्रद्धालुओं पर रोक है।  वीसी में जोधपुर से घनश्याम ओझा ने सीएम से सावन में मंदिर खोलने की सीमित व्यवस्था की मांग रखी थी, ओझा ने कहा कि चातुर्मास में जैन संतों को भी छूट दी जाए, मंदिर खोलने से सकारात्मक माहौल बनेगा। इस पर सीएम ने कहा कि  साधु महात्मा मंदिर जा सकते हैं।

अफसर इस बात कर ध्यान रखें, राजस्थान में कहीं भी सीवरेज में नहीं उतरना चाहिए कोई सफाईकर्मी :

पाली के सफाईकर्मी गौतम से संवाद के दौरान मुख्यमंत्री ने अफसरों को साफ निर्देश दिए कि  राजस्थान में एक भी सफाईकर्मी सीवरेज में नहीं उतरना चाहिए, अफसर इस बात का खास ध्यान रखें।  मशीनों से काम लें, कोई सफाईकर्मी सीवरेज लाइन में नहीं उतरे। दरअसल पाली से सफाईकर्मी गौतम  सीएम की वीसी से जुड़े, सफाईकर्मी गौतम ने कहा, नालों में उतरकर सफाई की, इस पर सीएम ने सफाईकर्मी  गौतम से पूछा, सीवरेज में उतरकर तो सफाई नहीं करनी पड़ रही, इस पर सफाईकर्मी ने सीवरेज में उतरने से इनकार किया। इसी दौरान सीएम ने ये निर्देश जारी किए।

 कोई भूखा नहीं सोए, यह एक नारा बन गया है, अब तो पीएम मोदी भी वीसी में कोई भूखा नहीं सोए की बात करते हैं :

सीएम अशोक गहलोत ने कहा, मैंने कहा कोई भूखा नहीं सोए, यह एक नारा बन गया है, अब तो पीएम मोदी भी वीसी में कोई भूखा नहीं सोए की बात करते हैं कोरोना से लड़ने में राजस्थान अग्रणी है।   पीएम तक राजस्थान के मैनेजमेंट की तारीफ की है।  आप किसी राज्य में पूछ लीजिए, वह राजस्थान में कोरोना में किए मैनेजमेंट की तारीफ कर रहा है।  हमने कोराना की शुरुआत में ही सबको बुलाकर चर्चा की, जनप्रतिनिधि, धर्मगुरु,एनजीओ सहित समाज के विभिन्न् वर्गों से चर्चा की, डॉक्टर, नर्स, कर्मचारियों ने जीवन दाव पर लगाकर काम किया, जीवन और आजीविका दोनों को बचाना है।  लॉकडाउन से अर्थव्यवस्था पूरी तरह ठप हो गई, रेवेन्यू 30 फीसदी पर आ गया, आगे किस तरह गाड़ी पटरी पर आए इसके प्रयास कर रहे हैं,  अर्थव्यवस्था को लेकर सभी चिंतित है, कोरोना से लड़ाई में हर वर्ग इन्वॉल्व हो गया, मैंने मेरी जिंदगी में पहली बार ऐसा देखा, जब हर वर्ग ने अपनी क्षमता से बढकर काम किया।

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