पुंछ-राजौरी सेक्टर में 40 विदेशी आतंकी मौजूद, सेना सतर्क

सेना सतर्क
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खुफिया रिपोर्ट में खुलासा, विदेशी आतंकी फिर से सीमा लांघने की फिराक में

नई दिल्ली। सेना को खुफिया जानकारी मिली है कि पुंछ-राजौरी सेक्टर में 40 विदेशी आतंकी मौजूद हैं जो सीमा लांघने की फिराक में हैं। केंद्र में एनडीए सरकार बनने के दिन से 72 घंटे के भीतर जम्मू-कश्मीर में लगातार तीन आतंकी हमले होने के बाद खुफिया एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। पिछले एक पखवाड़े में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ों में 4 आतंकी मार गिराए गए हैं। बढ़ते आतंकवादी हमलों के बीच एक खुफिया रिपोर्ट ने चौंका दिया है कि पुंछ-राजौरी सेक्टर में करीब 40 विदेशी आतंकवादी मौजूद हैं, जिसके बाद सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है। सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि पाकिस्तानी आतंकी एक बार फिर से सीमा लांघने की फिराक में हैं। अमरनाथ यात्रा शुरू होने से पहले सुरक्षा बलों ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है।

चार दिनों में चार हमले

आतंकवादियों ने चार दिनों में रियासी, कठुआ और डोडा जिलों में चार स्थानों पर हमले किए, जिसमें नौ तीर्थयात्रियों और एक सीआरपीएफ जवान की मौत हो गई और सात सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। केंद्र शासित प्रदेश में हाल के आतंकी हमलों में शामिल उग्रवादियों का पता लगाने और उन्हें निष्क्रिय करने के लिए जम्मू-कश्मीर के विभिन्न जिलों के वन क्षेत्रों में सुरक्षा बलों ने अभी भी बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चला रखा है।

छोटी-छोटी टीमों में काम कर रहे विदेशी आतंकी

खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी समूह जम्मू सेक्टर के पीर पंजाल पर्वतमाला के दक्षिण में आतंकवाद को पुनर्जीवित करने के प्रयास कर रहे हैं। इस बीच सामने आ रहा है कि इस क्षेत्र में करीब 35-40 विदेशी आतंकवादी सक्रिय हैं और वे छोटी-छोटी टीमों में काम कर रहे हैं, जिनमें से प्रत्येक में दो-तीन आतंकवादी हैं। आतंकवादियों की संख्या का आकलन खुफिया एजेंसियों और जमीन पर काम कर रहे बलों से मिले इनपुट पर किया गया है। जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजीपी रश्मि रंजन स्वैन ने भी नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार लॉन्च पैड पर लगभग 60 से 70 आतंकवादियों के सक्रिय होने की पुष्टि की है।

सेना ने की अतिरिक्त जवानों की तैनाती

सूत्रों ने बताया कि खुफिया एजेंसियां क्षेत्र में मानव खुफिया और तकनीकी खुफिया जानकारी जुटाने की क्षमता को उन्नत करने की दिशा में भी काम कर रही हैं। भारतीय सेना ने भी पिछले कुछ महीनों में अतिरिक्त सैनिकों को तैनात किया है, जो बड़ी संख्या में बख्तरबंद विशेषज्ञ वाहनों के साथ क्षेत्र में काम कर रहे हैं। सुरक्षा बलों के पास लगभग 200 बख्तरबंद वाहन हैं, जिन्हें आपातकालीन खरीद प्रक्रियाओं के तहत हासिल किया गया था।

अमरनाथ यात्रा के दौरान कड़ी सुरक्षा

29 जून से शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा के दौरान कोई आतंकी वारदात न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए भी प्रदेश शासन और सुरक्षा बल चौकस हैं। सूत्रों का कहना है कि सुरक्षा बलों को क्षेत्र में आतंकवादी समर्थन ढांचे के खिलाफ काम करने की पूरी छूट दी गई है, इसलिए आने वाले दिनों में ऐसे तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और तेज होने की संभावना है।

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