460 कैडेट्स और 40 एनसीसी अधिकारियों ने नशे के विरुद्ध जागरूकता कार्यक्रम में भाग लिया

नशे के विरुद्ध जागरूकता कार्यक्रम आयोजित
नशे के विरुद्ध जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

सादुलपुर। यमुनानगर हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कण्ट्रोल ब्यूरो प्रमुख ओपी सिंह अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक के दिशानिर्देशों एवं पुलिस अधीक्षक पंखुरी कुमार के मार्गदर्शन में प्रतिदिन नशे के विरुद्ध जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इस कड़ी में आज सरस्वती विद्या मंदिर जगाधरी में 14 हरियाणा बटालियन राष्ट्रीय कैडेट कोर द्वारा आयोजित शिविर में नशे के विरुद्ध जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।

यह ब्यूरो द्वारा यमुनानगर जि़ले में 78वां नशे के विरुद्ध एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम था जिसमें 460 कैडेट्स ने भाग लिया और 40 से अधिक एनसीसी अधिकरियों एवं सैनिकों ने भाग लिया। यह कार्यक्रम शिविर के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल सरदार जरनैल सिंह की अध्यक्षता में हुआ जिसमें कर्नल संदीप शर्मा, सूबेदार मेजर शैनाज हुसैन आदि ने सहभागिता की। ब्यूरो के जागरूकता कार्यक्रम एवं पुनर्वास प्रभारी/ उप निरीक्षक डॉ. अशोक कुमार वर्मा इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में पधारे हुए थे।

ब्यूरो के जागरूकता कार्यक्रम एवं पुनर्वास प्रभारी/ उप निरीक्षक डॉ. अशोक कुमार वर्मा ने नशे से दूर रहने के लिए चर्चा करते हुए कहा कि एक और जहां प्रतिबंधित नशा मनुष्य के लिए घातक है वहीं दूसरी और तम्बाकू उत्पाद और मदिरा आदि भी समाज और राष्ट्र के लिए एक बुराई है। उन्होंने विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों पर दृष्टिपात करते हुए कहा कि पूरे संसार में एक वर्ष में औसतन 80 लाख लोग तम्बाकू के सेवन से मरते हैं जबकि भारत में औसतन प्रतिवर्ष 19 लाख लोगों की मृत्यु तम्बाकू के कारण होती है।

मदिरा अर्थात शराब के नशे में व्यक्ति अपराध करता है लेकिन सूखा नशा मनुष्य के मस्तिष्क को इतना अधिक प्रभावित करता है कि ऐसा व्यक्ति हिंसक हो जाता है। नशे के प्रभाव में वह कोई भी अपराध कर सकता है। डॉ. वर्मा ने आगे कहा कि राष्ट्रीय अपराध अभिलेख ब्यूरो के आंकड़े बताते हैं कि 90 प्रतिशत अपराधों की जड़ केवल और केवल नशा है। डॉ. वर्मा ने कैडेट्स के साथ वार्तालाप और व्याख्यान के माध्यम से अपने विचार साझा किए।

उन्होंने एक कविता नशा कोई करने से बुरा है नशे का व्यापार करना और दूसरी कविता नशा मुक्त हो भारत मेरा ऐसी सोच बनानी है के गायन से उपस्थित कैडेट्स को संबोधित करते हुए कहा कि एक रिपोर्ट के अनुसार पंजाब प्रान्त में नशा तस्करी में पकड़े गए अपराधियों में 33 प्रतिशत संख्या महिलाओं की मिली है। उन्होंने कहा कि यदि नारी ही नशे के चंगुल में फंस गई तो समस्या और भी भयानक हो सकती है। उन्होंने कहा कि नशा तस्करी में संलिप्त अपराधियों की गुप्त सुचना 9050891508 पर देकर देश के प्रति अपने कर्तव्य का निर्वहन करें।

डॉ. अशोक कुमार वर्मा ने कहा कि भारत सरकार नशा करने वाले व्यक्ति को पीडि़त मानकर उसका सरकारी अस्पतालों में निशुल्क उपचार करा रही है। कार्यक्रम के अंत में उन्होंने शपथ ग्रहण करवाई। कमांडिंग ऑफिसर कर्नल सरदार जरनैल सिंह ने डॉ. अशोक कुमार वर्मा का धन्यवाद करते हुए कहा कि नशे को समाप्त करना हम सब का कर्तव्य है। उन्होंने डॉ. वर्मा को प्रशंसा पत्र और फीड़बैक लेटर देकर सम्मानित किया।