डोडा मेंं आतंकी मुठभेड़ में कैप्टन सहित 5 जवान शहीद

डोडा मेंं आतंकी मुठभेड़
डोडा मेंं आतंकी मुठभेड़

मुठभेड़ में राजस्थान का लाल अजय सिंह भी शहीद

जम्मू। जम्मू-कश्मीर में डोडा जिले के डेसा में आतंकवादियों से मुठभेड़ में सेना के कैप्टन समेत 4 जवान शहीद हो गए। एक पुलिस कर्मी की भी मौत हुई है। राष्ट्रीय राइफल्स और जम्मू-कश्मीर पुलिस यहां सोमवार से ही सर्च ऑपरेशन चला रही थी। शहीद हुए सिपाही अजय सिंह राजस्थान के झुंझुनूं जिले की बुहाना तहसील के भैसावता कलां के रहने वाले थे। सेना इलाके में हेलिकॉप्टर, ड्रोन से आतंकियों की तलाश कर रही है। हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े कश्मीर टाइगर्स ने ली है।

शहीद हुए सिपाही अजय सिंह
शहीद हुए सिपाही अजय सिंह

सेना के सूत्रों ने बताया कि शहीद हुए जवान मुठभेड़ में घायल हो गए थे और इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। खुफिया सूचनाओं के आधार पर भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने डोडा के उत्तर में सामान्य क्षेत्र में एक संयुक्त अभियान जारी था। सोमवार रात करीब 9 बजे आतंकवादियों से संपर्क स्थापित हुआ, जिसके बाद भारी गोलीबारी शुरू हुई।

सोमवार रात करीब 9 बजे हुइ्र मुठभेड़

सेना के अधिकारियों ने बताया कि सोमवार देर रात तक गोलीबारी के बाद आतंकवादियों ने भागने की कोशिश की, लेकिन कैप्टन के नेतृत्व में जवानों ने घने जंगल के बावजूद उनका पीछा किया। इसके बाद सोमवार रात करीब 9 बजे फिर से गोलीबारी हुई। मुठभेड़ में पांच जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां पर मंगलवार को उपचार के दौरान पांचों ने दम तोड़ दिया।

सीमा पार से घुसपैठ कर आए आतंकी

मंगलवार सुबह अधिक सैनिकों के साथ इलाके की तलाशी शुरू की गई है। मंगलवार को आतंकवादियों से कोई नया संपर्क नहीं हुआ है। माना जाता है कि वे सीमा पार से घुसपैठ कर आए हैं और पिछले कुछ महीनों से जंगल क्षेत्र में छिपे हुए हैं। इससे पहले 9 जुलाई को किश्तवाड़ जिले की सीमा से लगे घड़ी भगवा जंगल में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ के बाद आतंकवादी भागने में सफल रहे। 26 जून को जिले के गंदोह इलाके में एक दिन के ऑपरेशन में तीन विदेशी आतंकवादी मारे गए।

पिछले महीने से आतंकी गतिविधियों में तेजी आई

जम्मू क्षेत्र में दशकों पुराने आतंकवाद का सफाया करने के बाद 2005 से 2021 के बीच अपेक्षाकृत शांतिपूर्ण रहा, पिछले महीने में आतंकी हमलों में वृद्धि देखी गई। इसमें एक तीर्थयात्री बस पर हमला भी शामिल था, जिसमें नौ लोग मारे गए और 40 घायल हो गए। अक्टूबर, 2021 में पुंछ और राजौरी के जुड़वां सीमावर्ती जिलों से आतंकी गतिविधियां फिर से सामने आईं। रियासी, कठुआ और डोडा में फैले कुछ घातक हमलों को सुरक्षा प्रतिष्ठान ने पाकिस्तानी आकाओं को जम्मू क्षेत्र में आतंकवाद को फिर से जगाने के प्रयास के रूप में जिम्मेदार ठहराया।

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