आईएमए भारत में कोरोना की दूसरी लहर में 550 डॉक्टरों की जान गई

भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर का कहर काफी भयानक रूप में देखा गया है। कोरोना वायरस से लाखों लोगों ने अपनी जिंदगी को गवां दिया है। कोरोना से जंग में भगवान की तरह साथ दिया है डॉक्टर्स ने।

कोरोना वायरस महामारी के काल में डॉक्टर्स मरीजों के लिए भगवान बन गये हैं। काम भगवान वाला लेकिन शरीर तो इंसान का ही है। ऐसे में कोरोना से जंग लड़ते हुए कई डॉक्टर्स ने भी दम तोड़ दिया। लॉकडाउन में अपना कर्तव्य निभाते हुए मरीजों की सेवा करते हुए हजारों डॉक्टर्स की मौत हुई हैं।

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने शनिवार को कहा कि कोविड -19 की दूसरी लहर के कारण देश भर में 550 डॉक्टरों की जान चली गई है। डॉक्टरों के संघ ने सुझाव दिया कि मौतों की वास्तविक संख्या अधिक हो सकती है क्योंकि यह केवल अपने 3.5 लाख सदस्यों का रिकॉर्ड रखता है।

हालाँकि, भारत में 12 लाख से अधिक डॉक्टर हैं। इस दौरान सबसे ज्यादा डॉक्टर्स की मौतें दिल्ली में हुआ। कोरोना वायरस से संक्रमित होने से दिल्ली के 104 डॉक्टर्स ने दम तोड़ा।

दूसरे नंबर पर बिहार है जहां कोरोना से संक्रमित 96 डॉक्टर्स ने दम तोड़ा। महाराष्ट्र में 16, गुजरात में 31, उत्तर प्रदेश में 53, राजस्थान में 41, आंध्रप्रदेश में 29 से ज्यादा डॉक्टर्स की जान चली गयी।

भारत में 45 दिन बाद कोरोना वायरस के मामलों में कमी देखी जा रही हैं। दूसरी लहर कमजोर पड़ रही हैं। यह खतनाक बीमारी दूसरी लहर में तबाही लेकर आयी और अपने सैलाब में लाखों जिंदगियां बहा ले गयी।

कोरोना वायरस से बचने का इस समय मात्र एक ईलाज माना जा रहा है वो हैं टीकाकरण। भारत में टीकाकरण अभियान जोरों से चलाया जा रहा है लेकिन वैक्सीन की कमी के कारण कई राज्यों में टीकाकरण रुका हुआ हैं।

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