ऐसा क्या हुआ कि लोगों को फिलीपिंस में छोड़ने पड़े घर…

भूकंप

फिलीपिंस में 30 सैकंड तक आया 7.1 तीव्रता का भूकंप

मनीला। बुधवार की सुबह फिलीपींस में अचानक ऐसी आपदा आई कि लोगों को घर छोड़कर बाहर भागना पड़ा। फिलीपिंस की धरती अचानक हिलने लगी। यहां अचानक 7.1 तीव्रता वाला भूकंप आ गया। जोरदार झटके लगे तो लोग कांप उठे और हर कोई खुले मैदान की ओर दौड़ पड़ा। राजधानी मनीला के अलावा लुजोन द्वीप में भी झटके महसूस किए गए। भूकंप के कारण जानमाल का तो नुकसान नहीं हुआ, लेकिन लोगों की जान सांसत में अटकी रही। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने कहा कि बुधवार को द्वीप लुजोन में रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 7.1 मापी गई है। भूवैज्ञानिकों ने कहा कि राजधानी मनीला के अलावा भी कई इलाकों में लोगों ने भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। हालांकि इतनी तीव्रताका भूकंप होने के बावजूद गनीमत रही कि लोग सुरक्षित रहे और कोई बड़े नुकसान का सामना नहीं करना पड़ा। बताया जा रहा है कि भूकंप का केंद्र अबरा प्रांत के डोलोरेस शहर से लगभग 11 किमी पूर्व-दक्षिण में था। समाचार एजेंसी रायटर्स के हवाले से कहा गया कि भूकंप के झटके 30 सेकंड या उससे अधिक समय तक महसूस किए गए। झटकों के बाद लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए।

रोकी गई मेट्रो ट्रेन

परिवहन मंत्रालय ने कहा कि मनीला में जोरदार झटके लगने पर दहशत फैल गई। भूकंप के बाद मेट्रो रेल सिस्टम को रोक दिया गया। राजधानी में सीनेट की इमारत को भी खाली करा लिया गया। आशंका जताई जा रही है कि भूकंप के कारण अबरा में नुकसान हो सकता है। बताया जा रहा है कि वहां लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया।

मई में भी आया था भूकंप

फिलीपींस में कुछ ही महीनों में कई भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। 22 मई का रात 9:50 बजे (स्थानीय समयानुसार) फिलीपींस के बुंगाहन में रिक्टर पैमाने पर 6.1 तीव्रता का एक और भूकंप आया था। हालांकि इसमें भी कोई नुकसान की खबर नहीं थी। सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार भूकंप बुंगाहन से 1 किमी पूर्व-उत्तर पूर्व में आया, जिसका केंद्र 129.0 किमी की गहराई पर था, जिसे शुरू में 13.9517 डिग्री उत्त‌री अक्षांश और 120.6771 डिग्री पूर्वी देशांतर पर निर्धारित किया गया था।

क्यों आता है भूकंप?

धरती मुख्य तौर पर चार परतों से बनी होती हैं। इनर कोर, आउटर कोर, मैनटल और क्रस्ट. क्रस्ट और ऊपरी मैन्टल कोर को लिथोस्फेयर कहते हैं। ये 50 किलोमीटर की मोटी परत कई वर्गों में बंटी हुई है, जिसे टैकटोनिक प्लेट्स कहते हैं। ये टैकटोनिक प्लेट्स अपनी जगह पर कंपन करती रहती हैं। जब इस प्लेट में बहुत ज्यादा कंपन हो जाता है, तो भूकंप महसूस होता है।

यह भी पढ़ें…अमरनाथ पवित्र गुफा के समीप फिर आई बाढ़