
जयपुर। अंग्रेजी माध्यम के महात्मा गांधी स्कूलों को हिंदी माध्यम स्कूलों में परिवर्तित करने के मामले में भजनलाल सरकार अब नामांकन को आधार बनाएगी। कम नामांकन वाले अंग्रेजी माध्यम स्कूलों को वापस हिंदी माध्यम में किया जाएगा। मंत्रिमंडलीय कमेटी की समीक्षा बैठक में यह बड़ा निर्णय लिया गया है। बैठक में निर्णय लिया गया है कि ऐसे अंग्रेजी माध्यम स्कूल जहां कक्षावार औसतन 10 या इससे कम नामांकन होगा तो उन्हें फिर हिंदी माध्यम में बदला जाएगा। अगर किसी पंचायत में दो से अधिक महात्मा गांधी स्कूल है तो वहां भी केवल एक स्कूल ही अंग्रेजी माध्यम में रखा जाएगा। सचिवालय में आयोजित इस मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक की अध्यक्षता उप मुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा ने की। इसमें चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह, शिक्षामंत्री मदन दिलावर, खाद्य मंत्री सुमित गोदारा और शिक्षा विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।
करीब 800 स्कूल बदले जांएगे
बता दें कि राजस्थान में अभी 3737 महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल संचालित हैं। जिनमें से कई स्कूलों को अब हिंदी मीडियम में बदलने जाने की तैयारी है। करीब 800 अंग्रेज़ी माध्यम स्कूल ऐसे है, जिनमें एक कक्षा में 10 बच्चे भी नहीं हैं। ऐसे में यह तो साफ है कि इन स्कूलों को हिंदी माध्यम में बदला जाएगा और छात्रों को पास के महात्मा गांधी स्कूलों में समायोजित किया जाएगा।
शिक्षा मंत्री ने कांग्रेस पर बोला तीखा हमला
इस मामले में शिक्षामंत्री मदन दिलावर ने कहा कि कांग्रेस ने स्कूलों को अंग्रेजी माध्यम में तो बदल दिया, लेकिन पद सृजित नहीं किए। स्कूलों की बदहाली कर दी। स्कूलों में आधारभूत सुविधाओं नहीं है। उन्होंने कहा कि बच्चे मजबूरी में अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में पढ़ रहे हैं। उन्होंने बताया कि अब कक्षावार औसतन 10 से कम विद्यार्थी है। उन स्कूलों को फिर से हिंदी माध्यम में बदला जाएगा।