दीदी कृष्णा ने चीन के गुजांगजौ में भारतीय समुदाय को किया संबोधित
पुणे। गत माह 22 फरवरी को साधु वसवानी मिशन की प्रमुख दीदी कृष्णा ने चीन के गुजांगजौ में आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया। 3 मार्च को दीदी ने यहां विशाल भारतीय समुदाय को हिंदी भाषा में संबोधित किया। कार्यक्रम की शुरुआत उनके सुंदर भजनों से हुई, जिन्हें सुनकर श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए। कार्यक्रम में भारत के वाणिज्यदूत शंभू हक्की बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। कृष्णा दीदी ने एक प्रश्न पूछकर संबोधन आरंभ किया। उन्होंने कहा, हमारे दैनिक जीवन में हम अनेक भावनाओं का अनुभव करते हैं। सवाल है कि हम स्थाई शांति कैसे प्राप्त करें। उन्होंने कहा, यह संसार कर्म भूमि है।
हममें से प्रत्येक को एक भूमिका निभानी है। हमें अपने कर्तव्य पूरे करने हैं। हम अपना कर्तव्य निभाएं, लेकिन आराम से। हम जो कुछ करें, उसे प्रभु के लिए अर्पण कर दें। समस्याएं बीत जाएंगी। इस मंत्र को अपने आप से दोहराएं। समस्याएं जीवन का चिन्ह हैं, इसलिए उनसे भागने की कोशिश न करें। दीदी ने कहा, जीवन की डोर को प्रभु को सौंप दो। इसके बाद सवाल-जवाब का सत्र हुआ, जिसमें पूछा गया कि हम एक सच्चे गुरु का चयन कैसे करें? दीदी ने उत्तर दिया-गुरु हम सामान्य प्राणियों से ऊंचे हैं। यदि आप वास्तव में एक गुरु की इच्छा रखते हैं तो अपने हृदय में आकांक्षा रखें और आपका गुरु आपको ढूंढ़ लेगा। अगली सुबह, दीदी कुआलालंपुर, मलेशिया के लिए रवाना हो गईं।
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