
नरसिम्हा राव और चौधरी चरण सिंह की सराहना की, डॉ. स्वामीनाथन को बताया कृषि जगत की सम्मानित हस्ती
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दो पूर्व प्रधानमंत्रियों पीवी नरसिम्हा राव और चौधरी चरण सिंह, बिहार के मुख्यमंत्री रहे कर्पूरी ठाकुर और कृषि वैज्ञानिक डॉ. एम.एस. स्वामीनाथन को आज मरणोपरांत राष्ट्रपति द्वारा भारत रत्न से सम्मानित किए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की।
प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर कहा कि इन दिवंगत नेताओं के देश के लिए किए गए योगदान को हर भारतीय स्वीकारता है। उन्हें इस बात पर गर्व है कि वे भारत रत्न से सम्मानित किए गए। मोदी ने नरसिम्हा राव की सराहना करते हुए कहा कि पीवी नरसिम्हा राव गारू ने देश की प्रगति और आधुनिकीकरण को आगे बढ़ाने के लिए बड़े पैमाने पर काम किया। उन्हें एक सम्मानित विद्वान और विचारक के रूप में भी जाना जाता है। उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा। चौधरी चरण सिंह जी को भारत रत्न देश के विकास, विशेषकर कृषि और ग्रामीण विकास में उनके अतुलनीय योगदान का सम्मान है। मुझे विश्वास है कि कड़ी मेहनत और जनसेवा के लिए उनकी प्रतिबद्धता हमारी आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।
डॉ. स्वामीनाथन के प्रयासों से खाद्य उत्पादन में आत्मनिर्भरता मिली
डॉ. स्वामीनाथन के योगदान को याद करते हुए प्रधानमंत्री ने लिखा कि कृषि जगत की एक सम्मानित हस्ती को आनुवंशिकी और कृषि विज्ञान के क्षेत्र में उनके अग्रणी कार्य और अनुसंधान के लिए व्यापक रूप से प्रशंसा हासिल है। उनके प्रयासों ने भारत को खाद्य उत्पादन में संघर्ष से आत्मनिर्भरता की ओर प्रेरित किया।
कर्पूरी ठाकुर पिछड़े वर्ग के मसीहा
मोदी ने बिहार के मुख्यमंत्री रहे कर्पूरी ठाकुर के लिए लिखा कि उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन सामाजिक न्याय और समानता के लिए समर्पित कर दिया। जननायक को समाज के अत्यंत पिछड़े वर्ग के मसीहा के रूप में जाना जाता है। समाज में हाशिये पर खड़े लोगों के उत्थान के लिए उन्होंने अपना बहुमूल्य योगदान दिया। पिछड़े वर्ग के अधिकारों के लिए कर्पूरी जी का अथक संघर्ष हमेशा याद किया जाएगा।