क्या आप जानते हैं फायदे के लिए कच्चा आम खाएं या पका, जानने के लिए पढ़ें ये खबर

आम
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गर्मियों का मौसम मीठे आमों का मौसम भी कहलाता है। आम एक ऐसा फल है, जो सभी को बेहद पसंद आता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि सिर्फ स्वाद में ही नहीं बल्कि आम पोषण देने में भी सबसे आगे है। हालांकि, इस बात को लेकर आज तक बहस चलती आ रही है कि कौन सा आम ज्यादा लाभकारी है? कच्चा आम या पका हुआ आम? आइए आज हम आपको दोनों तरह के आमों की विशेषताओं के बारे में बताते हैं, जिससे आप चुन सकते हैं कि, किस तरह का आम ज्यादा बेहतर है।  कच्चा आम पका

कच्चा आम

कच्चा आम
कच्चा आम

कच्चा आम, जिसे हरा आम भी कहा जाता है, आम के कच्चे रूप को कहा जाता। यह आम तौर पर खट्टा और सख्त होता है, जिसकी बाहरी स्किन हरी होती है। कच्चे आम का इस्तेमाल आमतौर पर दुनिया भर की कई डिशेज और स्वादिष्ट व्यंजनों, सलाद, अचार और चटनी में किया जाता है।

कच्चे आम के फायदे

कच्चा आम
कच्चा आम

विटामिन सी – कच्चे आम विटामिन सी का एक अच्छा सोर्स हैं, जो इम्युनिटी को बढ़ाता है। साथ ही, हेल्दी स्किन के लिए भी बेहद जरूरी होता है। एंटीऑक्सिडेंट में हाई- पके आम की तरह, कच्चे आम में क्वेरसेटिन, आइसोक्वेरसिट्रिन, फिसेटिन और गैलिक एसिड जैसे एंटीऑक्सिडेंट होते हैं, जो शरीर को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और सूजन से बचाने में मदद करते हैं।

डाइजेशन

कच्चे आम में एमाइलेज जैसे एंजाइम होते हैं, जो कार्बोहाइड्रेट के पाचन में मदद करते हैं । साथ ही प्रोटीन को तोडऩे में मदद करते हैं। इससे बेहतर डाइजेशन में मदद मिलती है। कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करता है : कुछ रिसर्च से पता चलता है कि कच्चे आम बायोएक्टिव कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं, जिससे हार्ट डिजीज का खतरा कम हो जाता है।

पका हुआ आम

पके आम मीठे, रसीले होते हैं। पके आम कई तरह के होते हैं, जिनकी पहचान उनकी स्किन या कलर से की जाती है। मैंगों को डेसर्ट, स्मूदी, जूस और स्नैक्स के रूप में खाया जाता है।

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