
कोरोना काल में आर्थिक संकट से गुजर रहे प्रदेश की जनता सरकार से बिजली और फीस माफ करने की लगातार मांग कर रही है और अब सरकार के मंत्री और विधायक भी इसमें शामिल हो गए हैं। गुरुवार को मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास और मुख्य सचेतक महेश जोशी के नेतृत्व में कई विधायकों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से उनके आवास पर मीटिंग करके बिजली बिलों को माफ करने की मांग की है। इस प्रतिनिधिमंडल में विधायक रफीक खान, गंगादेवी, लक्ष्मण मीणा व वेदप्रकाश सोलंकी भी शामिल थे।
बिजली और फीस माफ करने की लगातार मांग कर रही है और अब सरकार के मंत्री और विधायक भी इसमें शामिल हो गए हैं ।
बिजली के बिलों को लेकर जनता को राहत देने की मांग
इस प्रतिनिधिमंडल ने मु यमंत्री से गुहार की है कि बिजली के बिलों को लेकर जनता को राहत दी जाए, योंकि संकट की इस घड़ी में गरीब व मध्यमवर्गीय परिवार आर्थिक तंगी से गुजर रहे है. ऐसे में सरकार अधिकतम संभव मदद दे। विधायकों ने मुख्ययमंत्री से स्कूल फीस में भी रियायत देने की मांग की। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के कारण स्कूल नहीं खुले, लेकिन इसके बावजूद स्कूल संचालक फीस की मांग कर रहे हैं, ऐसे में राज्य सरकार को कोई ऐसा फॉर्मूला निकालना चाहिए कि लॉकडाउन पीरियड के दौरान की फीस का भार जनता पर न पड़े।
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कॉलेज की परीक्षाओं का भी उठाया मामला
इस प्रतिनिधिमंडल ने कॉलेज की परीक्षाओं का भी मामला उठाया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के छात्रों की परीक्षा लिए बिना ही उनको अगली लास में प्रमोट किया जाए, योंकि कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण इन स्टूडेंट्स पर असर पड़ सकता है. मु यमंत्री अशेाक गहलोत ने प्रतिनिधिमंडल को विश्वास जताया कि सरकार जनता के हित में ही कदम उठाएगी।