
हाथरस के रतिभानपुर में चल रहा था सत्संग
हाथरस। उत्तर प्रदेश के हाथरस स्थित रतिभानपुर में सत्संग के दौरान भगदड़ मचने से 27 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में 25 महिलाएं शामिल हैं। हादसे में कई महिलाएं और बच्चे भी घायल हो गए हैं।
25 महिला और 2 पुरुष की मौत
एटा के एसएसपी राजेश कुमार सिंह का कहना है कि हाथरस जिले के मुगलगढ़ी गांव में एक धार्मिक कार्यक्रम चल रहा था, तभी भगदड़ मच गई। एटा अस्पताल में अब तक 27 लोगों के शव पहुंच चुके हैं, जिनमें 25 महिलाएं, और दो व्यक्तियों के शव मिले हैं। इन 27 शवों की पहचान की जा रही है। इस घटना के कारणों की जांच के लिए एडीजी आगरा और अलीगढ़ कमिश्नर की एक टीम गठित की गई है।
बढ़ सकता है मृतकों का आंकड़ा
एटा के मेडिकल कॉलेज के जिला चिकित्सा अधिकारीने बताया कि सिकंदराराऊ के पास एक सत्संग या महोत्सव चल रहा था। इसी दौरान वहां भगदड़ मच गई। इस हादसे में अब तक 27 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। मरने वालों में 25 महिलाओं और दो पुरुष शामिल हैं. सीएमओ का कहना है कि मरने वालों का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है, क्योंकि लगातार घायल लोग अस्पताल ला जा रहे हैं
हाथरस हादसे के जांच के निर्देश
हादसे पर संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री ऑफिस ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर उनके समुचित उपचार कराने और मौके पर राहत कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया है। उन्होंने एडीजी आगरा और कमिश्नर अलीगढ़ के नेतृत्व में घटना के कारणों की जांच के निर्देश दिए हैं।
दो मंत्री घटनास्थल के लिए रवाना
वहीं, मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद सरकार के दो वरिष्ठ मंत्री लक्ष्मी नारायण, संदीप सिंह, मुख्य सचिव के साथ डीजीपी भी घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं।
सत्संग के बाद मची भगदड़
एक महिला ने बताया कि हम दर्शन करने आए थे। भीड़ ज्यादा थी। जब भगदड़ मची तो मैं और मेरा बच्चा भी भीड़ के नीचे आ गए। अपनी घायल मां के साथ अस्पताल पहुंची एक युवती ने बताया कि सत्संग खत्म होने के बाद भगदड़ मच गई। हम लोग खेत के ओर से निकल रहे थे, तभी अचानक भीड़ ने धक्का-मुक्की शुरू कर दी, जिससे कई लोगों नीचे दब गए। हमारे साथ एक और व्यक्ति थे, उनकी मौत हो गई है।
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