यौन शोषण के आरोप में जेल गया था सूरज पाल, हादसे में अब तक 122 की मौत
लखनऊ । हाथरस में कथा सत्संग के दौरान भगदड़ हुई और उसमें 122 लोगों की मौत हो गई। कौन है वह कथावाचक सूरज पाल और हादसे के बाद कहां है। यहां कथा कर रहे सूरज पाल को उनके भक्त बाबा भोले के रूप में जानते हैं। उत्तर प्रदेश में नब्बे के दशक में यूपी पुलिस के कांस्टेबल सूरल को यौन शोषण के आरोप में जेल भेज दिया गया था। जेल से छूटने के बाद सूरज अपने दोस्तों की मदद से कथावाचक बन गया। हाथरस में सूरज पाल ही कथा कह रहा था। हादसे के बाद से ही सूरजपाल गायब है।
जानकारी खंगाली तो सच्चाई आई सामने
प्रदेश में बड़े हादसे की सूचना के बाद मुख्यमंत्री के निर्देश पर पुलिस महानिदेशक और मुख्य सचिव मौके पर पहुंचें तो कथा के आयोजकों और कथा करने वाले संत की जानकारी जुटाई जाने लगी। इस दौरान कथावाचक सूरज पाल उर्फ बाबा भोले उर्फ बाबा साकार हरी का पुराना इतिहास निकल कर सामने आ गया।
कुछ काम नहीं था तो करने लगा कथा
सूरज पाल जो अ_ाईस वर्ष पूर्व में यूपी पुलिस में नौकरी करता था। सूरज बतौर कांस्टेबल अपनी ड्यूटी करता था। उसी वक्त उसके ऊपर यौन शोषण के आरोप लगे और वह जेल चला गया। कुछ समय बीतने के बाद वह जेल से छूटा और फिर छोटे मोटे काम करने लगा। जीवन चलाने के लिए उसके दोस्तों ने उसे कथा कहने की सलाह दे डाली।
कुम्भ के बाद सूरज पाल कथावाचक बनकर उभरा
वर्ष दो हजार बारह में हुए कुम्भ के बाद सूरज कथावाचक बनकर उभरा और हाथरस, आगरा, इटावा, मैनपुरी जैसे क्षेत्रों में कथा करने लगा। हाथरस में हुए हादसे से पहले सूरज की कथा चल रही थी। घटना के दिन कथावाचक सूरज का आगमन हुआ तो वहां लोगों को रोका गया। जब भीड़ को छोड़ा गया तो आगे बढ़कर पंडाल में पहुंचने की होड़ थी, जो हादसे में बदल गयी।
कथा सुनने पहुंचे थे अखिलेश यादव
सूरज पाल को जानने वाले बताते हैं कि सूरज की कथा सुनने के लिए अखिलेश यादव पहुंचे थे। अखिलेश ने कथा की फोटो को सोशल मीडिया पर भी भेजा था। जिसे हजारों लोगों ने लाइक भी किया था।
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