वायलिन पर राग देस की बंदिश ने मौसम को सुहाना किया

नेटथियेट
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जयपुर। नेटथियेट के आज 4 वर्ष पूर्ण हो चुके हैं, अब तक इस मंच पर 205 सजीव कार्यक्रमों की प्रस्तुति में लगभग 800 से अधिक कलाकारों ने भाग लेकर नेटथियेट मंच का गौरव बढ़ाया। इस अवसर पर कार्यक्रम का सञ्चालन करते हुए अनिल मारवाड़ी ने बताया की पांच वर्ष पूर्ण होने पर पांच सदस्यीय जूरी द्वारा चयनित इस मंच पर प्रस्तुति दे चुके कलाकार को “नेटथियेट व्युअर्स च्वाइस अवार्ड-2025” से सम्मानित किया जायेगा।

नेट थिएट के राजेंद्र शर्मा राजू ने बताया कि सुप्रसिद्ध वायलिन वादक गुलजार हुसैन के निर्देशन में 6 उभरते युवा कलाकारो ने वायलिन की मधुर प्रस्तुति से घनघोर घटाओं से सतरंगी बारिश के बरसने से माहौल हुआ खुशनुमा। इस अवसर पर नेट थिएट टीम एवं कलाकारों ने केक काटकर बड़े उत्साह और उल्लास के साथ 4 वर्ष पूर्ण होने का जश्न मनाया ।

वायलिन के इन युवा साधको ने वर्षा ऋतु मे राग देस की 9 मात्रा मे बंदिश बजाई जिसमे कोयल की कूक मोर की आवाज जैसा अहसास हुआ। इसके बाद तीन ताल द्रुत गत मे ताने, तिहाई, झाला और तबला-वायलिन की जुगलबंदी ने दर्शको का मन मोहा । इनके साथ तबले पर जेयान हुसैन ने असरदार संगत की l

कार्यक्रम में कथक गुरु श्वेता गर्ग की शिष्या रक्षिता शेखावत ने नृत्य श्लोक *यो नृत्यति प्रहेष्ट्र आत्मा….*से अपने नृत्य की शुरुआत की । उसके बाद उन्होंने जयपुर घराना का शुद्ध कथक नृत्य ताल तीनताल में विलम्बित लय- थाट, परण जुड़ी आमद, चक्करदार,परण,परमेलु,द्रुत लय-चक्करदार तोड़ा,कवित्त तथा बाँट की प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्र मुग्ध किया और अंत मैं मीरा का भजन गली तो चारों बंद हुए है……प्रस्तुत किया। कार्यक्रम संयोजक नवल डांगी, कैमरा मनोज स्वामी, संगीत विनोद सागर गढ़वाल और मंच सज्जा अर्जुन देव,अंकित शर्मा नोनू एवं जीवितेश शर्मा की रही।

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