
उदयपुर। उदयपुर में रविवार सुबह से घायल स्टूडेंट से मिलने को लेकर परिवार और प्रशासन के बीच तनातनी हो रही है। अब बच्चे के परिवार व पड़ोस की करीब 25 महिलाओं ने जबरन एमबी हॉस्पिटल के इमरजेंसी वार्ड में घुसने की कोशिश की है। इसी वार्ड में घायल स्टूडेंट का इलाज चल रहा है। जानकारी के वार्ड में नहीं जाने देने से नाराज लोग अंदर ही नारेबाजी कर रहे हैं। इससे पहले सुबह करीब 10 बच्चे की मां ने प्रशासन पर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा कि बच्चे से नहीं मिलने दे रहे। इसके बाद मां के साथ बड़ी संख्या में लोग शहर के मुखर्जी नगर से रैली निकालते हुए हॉस्पिटल पहुंचे थे।यहां पुलिस अधीक्षक की समझाइश के बाद लोग शांत हो गए थे। एसपी ने कहा था कि कुछ कंफ्यूजन हो गया था, परिवार बच्चे की स्थिति जान सकता है और मिल भी सकता है। बच्चे का मेडिकल बुलेटिन भी जारी किया जा रहा है।
आज भी शहर में नेटबंदी

वहीं, चाकूबाजी की घटना के 48 घंटे बाद शहर में जनजीवन सामान्य है। रविवार सुबह भी कई इलाकों में बाजार खुले हैं। हालांकि, पूरे शहर में बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद है। सुरक्षा के लिहाज से आज भी शहर में इंटरनेट बंद रहेगा। इससे पहले शनिवार को आरोपी स्टूडेंट के अवैध बने घर को नगर-निगम ने ढहा दिया। जिला कलेक्टर अरविंद पोसवाल ने बताया जिस घर को ढहाया गया, वहां हथियार भी मिले थे।
फिलहाल बच्चे का उदयपुर में ही होगा इलाज
जयपुर से पहुंची डॉक्टर्स की टीम और एमबी हॉस्पिटल के विशेषज्ञों ने बच्चों की हालत को देखते हुए उदयपुर में ही आगे के इलाज का निर्णय लिया है। इससे पहले शनिवार को बच्चे को एयरलिफ्ट कर जयपुर लाने की तैयारी थी। दरअसल, छात्र की जांघ में चाकू लगने से सिर तक खून पहुंचाने वाली नस कट गई है। डॉक्टर्स ने दो नसों को जोड़ दिया गया है। आरएनटी कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ विपिन माथुर ने बताया कि स्टूडेंट को अब तक 12 यूनिट ब्लड चढ़ाया जा चुका है। शनिवार को घायल को कार्डियक आईसीयू से इमरजेंसी आईसीयू में शिफ्ट कर दिया गया।
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