
नई दिल्ली। पितृ पक्ष के समय कई नियमों का पालन भी किया जाता है, जिससे पूर्वजों की कृपा परिवार पर बनी रहती है। आमतौर पर लोग श्राद्ध के दौरान पूजा पाठ से जुड़े कार्यों पर अधिक जोर देते हैं। इससे पितरों का आशीर्वाद और जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है। इस दौरान पितरों का तर्पण करने से पितृ ऋण चुकाने में मदद मिलती है। ऐसे में आइए पितृ पक्ष की तिथि कब कब है, जान लते हैं।
पूर्णिमा तिथि
भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि 17 सितंबर 2024 को प्रातः 11:44 से शुरू हो रही है। इसका समापन 18 सितंबर 2024 को प्रातः 08:04 पर होगा।
पितृ पक्ष 2024 तिथियां
- 17 सितंबर, मंगलवार: पूर्णिमा श्राद्ध
- 18 सितंबर, बुधवार: प्रतिपदा श्राद्ध
- 19 सितंबर, गुरुवार: द्वितीया श्राद्ध
- 20 सितंबर, शुक्रवार: तृतीया श्राद्ध
- 21 सितंबर, शनिवार: चतुर्थी श्राद्ध, महाभरणी
- 22 सितंबर, रविवार: पंचमी श्राद्ध
- 23 सितंबर, सोमवार: षष्ठी श्राद्ध, सप्तमी श्राद्ध
- 24 सितंबर, मंगलवार: अष्टमी श्राद्ध
- 25 सितंबर, बुधवार: नवमी श्राद्ध, मातृ नवमी
- 26 सितंबर, गुरुवार: दशमी श्राद्ध
- 27 सितंबर, शुक्रवार: एकादशी श्राद्ध
- 29 सितंबर, रविवार: द्वादशी श्राद्ध, मघा श्राद्ध
- 30 सितंबर, सोमवार: त्रयोदशी श्राद्ध
- 1 अक्तूबर, मंगलवार: चतुर्दशी श्राद्ध
- 2 अक्तूबर, बुधवार: अमावस्या श्राद्ध, सर्व पितृ अमावस्या