
जयपुर। जयपुर में रविवार को अंतरराष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन में समाज से जुड़े प्रदेश के विधायक और सांसद एक मंच पर आए। सम्मेलन में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा- हमें जाति के नाम पर टिकट नहीं मांगना चाहिए। जातियों के नाम पर नेतृत्व करना वैश्य समाज का हिस्सा नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा- हम अपनी संस्कृति, अपने काम की बदौलत ही चुनाव में जाते हैं।दरअसल, बिरला के संबोधन से पहले कार्यक्रम में वैश्य समाज के एक पदाधिकारी ने कहा था कि प्रदेश में 200 विधायकों में से वैश्य समाज के सिर्फ 16 विधायक हैं। वहीं देश में वैश्य समाज के सांसदों की संख्या भी काफी कम है। ऐसे में राजनीति में समाज का प्रतिनिधित्व बढ़ाना चाहिए। इसी के जवाब में बिरला ने कहा- जातियों के नाम पर टिकट मांगना और नेतृत्व करना वैश्य समाज का हिस्सा नहीं होना चाहिए। बिरला ने देश-प्रदेश में निवेश की संभावनाओं पर कहा- एक समय था जब दुनिया भारत को बाजार समझती थी। लेकिन, धीरे-धीरे अब वह समय आएगा, जब पूरी दुनिया भारत के लिए बाजार होगी।

ओम बिरला ने समाज के लोगों से कहा- मैंने कई देशों की यात्रा की है। जहां भी गया, मुझे समाज के लोग और भारतीय युवा काम करते मिले। जापान में तो युवाओं की कमी चलते हमारे देश के नौजवान वहां पर सेवाएं दे रहे हैं। मुझे लगता है आबादी अभिशाप नहीं, वरदान है। वो दिन दूर नहीं जब भारत का युवा विदेशों में प्रतिनिधित्व करेगा। सम्मेलन में विकसित भारत-2047 के विजन में वैश्य समाज की भूमिका पर चर्चा की गई। वैश्य सांसद और विधायकों का सम्मान भी किया गया।
लोकसभा अध्यक्ष बोले- देश की आबादी अभिशाप नहीं, वरदान साबित होगी
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा- मुझे दक्षिण कोरिया के प्रधानमंत्री ने कहा था कि हमारे यहां आबादी कम है। मैंने सोचा नहीं था कि आबादी अभिशाप नहीं, वरदान साबित होगी। वो दिन दूर नहीं है, जब विदेशों में भी भारत का प्रतिनिधित्व होगा।
भारत का भविष्य एक्सपोर्टर के रूप में विकसित होगा। आज ऐसा कोई बड़ा मैन्युफैक्चरर नहीं है, जिसे देश में काम करना है तो उसे भारत में इंडस्ट्री लगानी ही पड़ती है।
वैश्य समाज के लोगों को भारत के लिए काम करना है। हमें दृष्टिकोण के रूप में भारत नहीं बल्कि वल्र्ड का बाजार होना चाहिए। हमारे विकसित भारत 2047 के विजन में ऐसे ही योगदान दे पाएंगे।
बिरला ने कहा- राजस्थान में आर्थिक रूप से बहुत बड़ी संभावना है। आज राजस्थान निवेश के लिए दुनिया को आकर्षित कर रहा है। इंडस्ट्री सेक्टर के लिए हमारे पास जमीन है, पानी है। प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा लगातार इसके लिए प्रयास कर रहे हैं।
भारत में सबसे ज्यादा सामाजिक और आर्थिक बदलाव
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा- भारत में सामाजिक और आर्थिक बदलाव सबसे ज्यादा हो रहा है। हम परिवर्तन में आगे हैं। दुनियाभर की नई टेक्नोलॉजी भारत में आ रही है। नई-नई इंडस्ट्री भारत में लगेगी। भारत देश के बाहर एक्सपोर्ट करने की अपनी ताकत को बढ़ा रहा है। डिफेंस सहित कई ऐसे क्षेत्र हैं, जहां भारत पहले कभी एक्सपोर्ट नहीं करता था। लेकिन, अब भारत उन क्षेत्रों में भी एक्सपोर्ट करने लगा है। रिसर्च में भी प्रतिस्पर्धा करके आगे बढ़ते जा रहे हैं। 10 साल में कोई सेक्टर ऐसा नहीं है, जहां देश में कोई परिवर्तन नहीं हुआ हो। मैं जितने देशों में गया, वहां काम करने वाले व्यक्ति हिंदुस्तान के हैं।
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