मणिपाल रांका अंतर्राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता का 10वां संस्करण हुआ संपन्न

मणिपाल विश्वविद्यालय
मणिपाल विश्वविद्यालय

जयपुर। मणिपाल विश्वविद्यालय जयपुर के विधि संकाय द्वारा आयोजित मणिपाल रांका अंतर्राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता का 10वां संस्करण हाल ही में विश्वविद्यालय परिसर में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में विधि छात्रों ने अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक मध्यस्थता (International Commercial Arbitration) के क्षेत्र में अपनी कानूनी कुशलता और न्यायिक समझ को प्रदर्शित किया। प्रतियोगिता का आयोजन विधि संकाय, मणिपाल विश्वविद्यालय जयपुर द्वारा रांका पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट के सहयोग से और जेआरए लीगल सॉल्यूशंस और एएसएम लॉ चैंबर्स द्वारा सह-प्रायोजित किया गया था।

मणिपाल विश्वविद्यालय
मणिपाल विश्वविद्यालय

रांका पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट के ट्रस्टी माननीय न्यायमूर्ति जे. के. रांका, राजस्थान उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश, ने इस प्रतिष्ठित आयोजन में अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई और प्रतियोगिता को सहयोग प्रदान किया। इस वर्ष की प्रतियोगिता में विधि छात्रों ने अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक मध्यस्थता के क्षेत्र में अपनी कानूनी कुशलता और न्यायिक समझ को प्रस्तुत किया। प्रतियोगिता में भारत और विदेश के अनेक विश्वविद्यालयों के प्रतिभागियों ने भाग लिया।

प्रतियोगिता के उद्घाटन समारोह में माननीय न्यायमूर्ति एस. रविंद्र भट, भारत के सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश, ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की और विधि छात्रों को प्रेरणादायक संबोधन दिया। माननीय न्यायमूर्ति आलोक शर्मा, राजस्थान उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश, और डॉ. मनोज कुमार सिन्हा, धर्मशास्त्र राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के कुलपति, ने कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में भाग लिया और अपने विचार साझा किए। इन विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति ने उद्घाटन समारोह की गरिमा को और बढ़ाया और प्रतिभागियों को न्यायिक दृष्टिकोण से गहरी समझ प्रदान की।

मणिपाल विश्वविद्यालय
मणिपाल विश्वविद्यालय

प्रतियोगिता के समापन समारोह में माननीय न्यायमूर्ति एम.एन. भंडारी, एस.ए.एफ.ई.एम. अधिनियम 1976 के तहत अपीलीय प्राधिकरण के अध्यक्ष और मद्रास उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश, मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। माननीय न्यायमूर्ति अशोक कुमार गौड़, राजस्थान उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश, और डॉ. अमर पाल सिंह, डॉ. राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, लखनऊ के कुलपति, ने भी विशिष्ट अतिथि के रूप में अपनी उपस्थिति से आयोजन की शोभा बढ़ाई। इनके प्रेरणादायक शब्दों ने प्रतियोगिता के समापन को विशेष रूप से यादगार बना दिया। समापन समारोह में आर.एस. कुमावत विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे|

अंतिम दौर की न्यायिक समिति में सम्मानित न्यायविद और अधिवक्ता शामिल थे, जिनमें माननीय न्यायमूर्ति अशोक कुमार गौड़, राजस्थान उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश, डॉ. अमर पाल सिंह, कुलपति, डॉ. राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, लखनऊ, डॉ. (मती) कमल दत्त, सेवानिवृत्त जिला न्यायाधीश, अशोक मेहता, राजस्थान उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता, और पी.सी. जैन, राजस्थान उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता, शामिल थे। इन अनुभवी न्यायाधीशों की उपस्थिति ने प्रतियोगिता के अंतिम दौर को बेहद प्रतिष्ठित और ज्ञानवर्धक बना दिया।

मणिपाल विश्वविद्यालय
मणिपाल विश्वविद्यालय

प्रतियोगिता का विजेता टीम नेशनल लॉ इंस्टीट्यूट यूनिवर्सिटी (एन एल आई यू), भोपाल से रही, जबकि उपनविजेता टीम यूनिवर्सिटी फाइव ईयर लॉ कॉलेज, राजस्थान विश्वविद्यालय से थी। दोनों टीमों ने अपने ज्ञान और तर्क शक्ति का अद्वितीय प्रदर्शन किया, जिससे उन्हें निर्णायकों और दर्शकों से सराहना प्राप्त हुई। प्रतियोगिता में विजेता टीम का खिताब नेशनल लॉ इंस्टीट्यूट यूनिवर्सिटी (एन एल आई यू), भोपाल को मिला, जबकि उपनविजेता टीम के रूप में यूनिवर्सिटी फाइव ईयर लॉ कॉलेज, राजस्थान विश्वविद्यालय उभरी। व्यक्तिगत श्रेणियों में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन को मान्यता दी गई, जिसमें यशोत्तमा सिंह (एन एल आई यू, भोपाल) को बेस्ट स्पीकर का पुरस्कार, निखिल भार्गव (एन एल आई यू, भोपाल) को सर्वश्रेष्ठ शोधकर्ता का पुरस्कार, और नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, सोनीपत की टीम को सर्वश्रेष्ठ मेमोरियल का पुरस्कार प्रदान किया गया।

डॉ. भारती, डीन, विधि संकाय, डॉ. सोनी कुलश्रेष्ठ और डॉ. सोनू अग्रवाल, अध्यक्ष, विधि विभाग ने संयोजक की महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। प्रतियोगिता के सफल संचालन में कार्तिक चमडिया, सु हितैषी अग्रवाल, विश्वास गुप्ता, सु चितवन अग्रवाल, सु श्रुति बिटोलिया, सु निष्ठा आचार्य, और सिद्धार्थ बड़कुल ने फैकल्टी समन्वयक के रूप में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।