
नींद खराब हो तो पूरा शरीर अस्वस्थ रहता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि खराब नींद या सोते समय किसी भी प्रकार की असुविधा से बाल भी झडऩा शुरू हो सकते हैं। बाल झडऩा एक ऐसी समस्या है जिसका कारण अधिकतर लोग जेनेटिक या डाइट की कमी मानते हैं। लेकिन सच्चाई ये है कि इन सबके साथ सोने के दौरान होने वाली समस्याओं से भी हेयरफॉल संभव है। साफ सुथरी स्वच्छ नींद न पूरी हो और इस दौरान होने वाली छोटी छोटी गलतियां बालों को झडऩे का बड़ा कारण बन सकती हैं। स्ट्रेस के कारण जब शरीर में स्ट्रेस हार्मोन कोर्टिसोल बनता है जिससे नींद नहीं आती है तो ये पूरे शरीर के साथ बालों के स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक साबित होता है। ये हेयर ग्रोथ को रोकता है और समय से पहले बालों को झडऩे पर मजबूर करता है। इसलिए नींद पूरी न होना अपने आप में बालों के झडऩे का एक बड़ा कारण है।
बेडिंग

जिस बेडशीट पर हम सोते हैं उसे हर तीसरे चौथे दिन या फिर हर हफ्ते बदल देना चाहिए। समय के साथ इसमें शरीर के डेड सेल और बैक्टीरिया ट्रैप होते हैं। देखने में भले ही ये साफ और स्वच्छ दिखें लेकिन असल में कई दिन तक एक ही बेडशीट बिछे रहने से इसमें गंदगी होती ही है जिससे हेयर फॉलिकल में फंगल और बैक्टिरियल इन्फेक्शन होने की संभावना बढ़ती है। इससे हेयरफॉल शुरू हो सकता है। बेडशीट के साथ पिलो कवर बदलना न भूलें।
पुरानी पिलो चेंज करें
कवर बदलने तक हाईजीन मेंटेन नहीं होती है। सोते समय इस्तेमाल में आने वाले गद्दे और तकिया भी अगर अधिक मैले हो गए हैं तो इसमें बैक्टीरिया आसानी से अपना घर बना लेते हैं। इससे भी हेयर फॉलिकल में संक्रमण होता है, ये कमज़ोर होते हैं और टूटने लगते हैं। इसलिए समय समय पर गद्दे और तकिया को धूप दिखाएं, अधिक खराब होने पर इन्हें बदल दें।
सोते समय हेयर स्टाइल का रखें ख्याल
सोते समय बहुत अधिक टाइट जूड़ा या चोटी न बांधे। इससे हेयर फॉलिकल पर दबाव पड़ता है और ये कमज़ोर होने लगते हैं। फिर समय के साथ टूटने और झडऩे लगते हैं। इसलिए सोते समय ढीली चोटी बना कर सोएं।
गीले बाल के साथ न सोएं
बाल जब गीले होते हैं तब इनके हर एक लट में मौजूद केमिकल बॉन्ड कमज़ोर हो जाते हैं। इससे ये टूटने लगते हैं। इसलिए कभी भी रात में बाल न धुलें और अगर धुलें भी तो इसे सूखा कर ही सोएं।
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