
जयपुर। प्री-प्राइमरी के बच्चों का वार्षिक उत्सव बड़ी धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया गया। इस कार्यक्रम में छोटे-छोटे बच्चों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। यह अवसर था जयश्री पेड़ीवाल इंटरनेशनल स्कूल के प्री-प्राइमरी वार्षिक दिवस का, जो रचनात्मकता, लय और युवा ऊर्जा का एक आनंदमय उत्सव था। कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय की प्रधानाचार्या, जया सिंह के स्वागत भाषण से हुई, जिसमे उन्होंने बच्चों और शिक्षकों को उनकी मेहनत के लिए बधाई दी। उन्होंने बच्चों के समग्र विकास के लिए विद्यालय द्वारा किए जा रहे प्रयासों पर भी प्रकाश डाला। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण बच्चों द्वारा प्रस्तुत रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम था। इस कार्यक्रम में भारतीय संस्कृति की झलक दिखाते हुए कई मनमोहक प्रस्तुतियां शामिल थीं।
कार्यक्रम में बच्चों ने विभिन्न प्रकार के नृत्यों की प्रस्तुति दी, जिनमें शास्त्रीय, लोक और आधुनिक नृत्य शामिल थे। नृत्यों की कोरियोग्राफी अत्यंत ही शानदार थी, जिसमें बच्चों की उम्र और क्षमता को ध्यान में रखते हुए सरल लेकिन आकर्षक स्टेप्स शामिल किए गए थे। संगीत और तालमेल का अद्भुत संगम देखने को मिला, जिसनें दर्शकों को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया।एक विशेष आकर्षण ‘ओड टू द लेजेंडरी राज कपूर’ था, जहां युवा कलाकारों ने सुंदर गतिविधियों के माध्यम से प्रतिष्ठित फिल्म निर्माता को श्रद्धांजलि दी। इस कार्यक्रम में देशभक्ति पर केंद्रित नृत्यों की एक ऊर्जावान और भावनात्मक रूप से उत्तेजित करने वाली श्रृंखला भी प्रदर्शित की गई।
इन प्रदर्शनी में एकता, गौरव और राष्ट्रीय पहचान की भावना प्रतिबिंबित हुई। प्रतिभाशाली युवा गायकों के एक समूह द्वारा प्रस्तुत गायन प्रदर्शन ने सभागार को मधुर सुरों से भर दिया। उनकी हार्दिक प्रस्तुति ने कार्यक्रम में एक भावपूर्ण स्पर्श जोड़ दिया।जयश्री पेड़ीवाल ग्रुप ऑफ स्कूल्स की चेयरपर्सन, डॉ. जयश्री पेड़ीवाल ने छात्रों पर बेहद गर्व व्यक्त करते हुए कहा, “आईबी पी-प्राइमरी वार्षिक दिवस एक यादगार अवसर है, जहां हमारे युवा शिक्षार्थी चमकते हैं, अपने समन्वय, टीम वर्क और कला के प्रति जुनून का प्रदर्शन करते हैं जो उनके समय विकास का अभिन्न अंग है।”यह वार्षिक उत्सव बच्चों के लिए अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करने का एक अद्भुत अवसर था। कार्यक्रम में अभिभावकों और शिक्षकों ने भी बढ़-चढ़कर भाग लिया, जिससे यह आयोजन और भी सफल रहा। यह कार्यक्रम निश्चित रूप से बच्चों के जीवन में एक यादगार अनुभव बन गया।