
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी, घंटों स्क्रीन पर बिताया जाने वाला समय और गलत खान-पान हमारी आंखों पर बुरा असर डाल सकता है। अक्सर हम आंखों की कमजोरी को सिर्फ धुंधला दिखने या सूखापन होने से जोड़ते हैं, लेकिन कई और संकेत भी हैं जो यह बताते हैं कि आपकी आंखें धीरे-धीरे कमजोर हो रही हैं। अगर इन लक्षणों को समय रहते पहचान लिया जाए, तो आंखों की रोशनी बचाई जा सकती है और समस्या को बढऩे से रोका जा सकता है। तो आइए जानते हैं वो 8 छिपे हुए संकेत जो आंखों की कमजोरी का इशारा करते हैं।
1) सिरदर्द बार-बार होना

अगर आपको अक्सर सिरदर्द रहने लगा है, खासकर जब आप मोबाइल, लैपटॉप या टीवी देखते हैं, तो यह आंखों की कमजोरी का संकेत हो सकता है। जब हमारी आंखें ज्यादा मेहनत करती हैं, तो स्ट्रेन बढ़ता है, जिससे सिर में दर्द होने लगता है।
क्या करें?
हर 20 मिनट बाद स्क्रीन से ब्रेक लें।
रोजाना आंखों के लिए एक्सरसाइज करें।
2) आंखों में जलन और भारीपन
अगर आपकी आंखें दिनभर थकी-थकी, भारी या जलन से भरी महसूस होती हैं, तो यह संकेत है कि वे जरूरत से ज्यादा थक रही हैं। खासकर ड्राई आई सिंड्रोम होने पर आंखें ज्यादा ड्राई हो जाती हैं और उनमें खुजली होती है।
क्या करें?
आंखों को बार-बार ठंडे पानी से धोएं।
कंप्यूटर पर काम करते समय ज्यादा पलकें झपकाएं।
आई ड्रॉप्स का इस्तेमाल करें (डॉक्टर की सलाह से)।
3) कम रोशनी में देखने में दिक्कत
अगर आपको रात में या कम रोशनी में चीजें देखने में मुश्किल हो रही है, तो यह आंखों की कमजोरी का संकेत हो सकता है। इसे नाइट ब्लाइंडनेस भी कहते हैं, जिसमें आंखों की रोशनी धीरे-धीरे कमजोर होने लगती है।
क्या करें?
विटामिन से भरपूर फूड्स (गाजर, पालक, अंडे) खाएं।
डॉक्टर से जांच करवाएं और सही चश्मा पहनें।
4) डबल विजन
अगर किसी चीज को देखने पर आपको दोहरी छवि दिखाई देती है या चीजें डबल दिखने लगती हैं, तो यह आंखों की मांसपेशियों में कमजोरी का संकेत हो सकता है।
क्या करें?
बिना देर किए नेत्र रोग विशेषज्ञ से मिलें।
आंखों की रेगुलर जांच करवाएं।
5) पढ़ते या लिखते समय अक्षर हिलते दिखना
अगर किताब पढ़ते या फोन स्क्रीन पर मैसेज पढ़ते समय अक्षर हिलते या धुंधले लगते हैं, तो यह आंखों की रोशनी कमजोर होने का शुरुआती संकेत हो सकता है।
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