
आजकल स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ रही है, और लोग अपने खान-पान में सुधार करने के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं। इन्हीं में से एक है 28-डे नो शुगर चैलेंज। यह चैलेंज 28 दिनों तक चीनी पूरी तरह से बंद करने या कम खाने पर फोक्स्ड है। इसका चैलेंज का मकसद शरीर को चीनी की लत से मुक्त करना और हेल्दी लाइफस्टाइल को बढ़ावा देना है। आइए जानते हैं कि यह चैलेंज कैसे किया जाए और इसके क्या फायदे हैं। 28 दिन तक नहीं खाएं चीनी, शरीर में होंगे ये गजब के बदलाव
28 डे नो शुगर चैलेंज क्या है?

यह चैलेंज एक तरह का डिटॉक्स प्रोग्राम है, जिसमें 28 दिनों तक चीनी वाले फूड्स और ड्रिंक्स से दूर रहना होता है। इसमें न केवल सफेद चीनी, बल्कि मिठास वाले सभी प्रोसेस्ड फूड्स, सॉफ्ट ड्रिंक्स, पैकेज्ड जूस और मिठाइयों से भी परहेज करना शामिल है। इस चैलेंज से शरीर को चीनी के नेगेटिव प्रभावों से बचाना और स्वस्थ आदतों को विकसित करना है।
28 डे नो शुगर चैलेंज कैसे करें?
सबसे पहले, अपने किचन और फ्रिज से सभी चीनी वाले फूड्स को हटा दें। इससे आपको लुभाने वाले ऑप्शन कम होंगे।
यह तय करें कि आप पूरी तरह से चीनी छोड़ रहे हैं या केवल प्रोसेस्ड शुगर से दूर रहना चाहते हैं। नेचुरल मिठास वाली फूड्स, जैसे फल, शहद या गुड़ को सीमित मात्रा में खा सकते हैं।
चीनी की जगह नारियल शुगर, स्टीविया या खजूर जैसे प्राकृतिक विकल्पों का इस्तेमाल करें। साथ ही, ताजे फल, नट्स और सब्जियों को अपनी डाइट में शामिल करें।
बाजार में मिलने वाले पैकेज्ड प्रोडक्ट्स में छिपी हुई चीनी हो सकती है। इसलिए, खरीदारी करते समय उस प्रोडक्ट के लेबल को ध्यान से पढ़ें।
शुरुआत में चीनी छोडऩा मुश्किल लग सकता है, लेकिन धीरे-धीरे आपका शरीर इसकी आदत डाल लेगा। पहले हफ्ते में सिरदर्द, थकान या मूड स्विंग हो सकते हैं, लेकिन यह सामान्य है।
28 डे नो शुगर चैलेंज के फायदे
वजन कम होना- चीनी ज्यादा मात्रा में खाने से वजन बढ़ सकता है। इस चैलेंज के दौरान चीनी छोडऩे से कैलोरी इनटेक कम होता है, जिससे वजन घटाने में मदद मिलती है।
एनर्जी लेवल में सुधार- चीनी खाने के बाद शरीर का एनर्जी लेवल तेजी से बढ़ता और गिरता है। चीनी छोडऩे से एनर्जी का स्तर स्थिर रहता है, और आप पूरे दिन एक्टिव महसूस करते हैं।
त्वचा में निखार- चीनी को ज्यादा मात्रा में खाने से त्वचा को नुकसान होता है। इसे छोडऩे से मुंहासे, झुर्रियां और त्वचा की अन्य समस्याओं को दूर करने में मदद मिलती है।
मेंटल हेल्थ में सुधार- चीनी खाने से मूड स्विंग और एंग्जायटी बढ़ सकती है। इसे छोडऩे से मेंटल क्लियरिटी और इमोशनल बैलेंस में सुधार होता है।
इम्युनिटी बढऩा- ज्यादा चीनी खाने से शरीर की बीमारियों से लडऩे की क्षमता कमजोर होने लगती है। इसे छोडऩे से शरीर की इम्युनिटी मजबूत हो सकती है।