जेईई मेन परीक्षा : फिजिक्स आसान, मैथ्स और केमिस्ट्री लेंदी रहे – नितिन विजय

नितिन विजय
नितिन विजय

कोटा. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) की ओर से 7 अप्रैल सोमवार को जेईई मेन परीक्षा में डिफिकल्टी लेवल मीडियम टू हार्ड रहा। मैथ्स वाला पार्ट हमेशा की तरह लंबा और कठिन रहा जबकि स्टूडेंट्स को केमिस्ट्री भी लेंदी लगी। फिजिक्स का डिफिकल्टी लेवल मीडियम रहा। प्रश्नपत्र में 11वीं और 12वीं कक्षा का समान महत्व रहा। ज्यादातर सवाल एनसीईआरटी आधारित थे।

मोशन एजुकेशन के संस्थापक ओर सीईओ नितिन विजय ने बताया कि सोमवार को पहली पारी में मैथ्स का पेपर कठिन और लेंदी रहा। विद्यार्थियों को लगा कि सवाल आसान है। वे उसमें घुसते गए और अंत में पता चला कि उत्तर विकल्प से मैच नहीं खा रहा। कई ऐसे सवाल ऐसे भी पूछे गए जिनमें एक से अधिक मिक्स्ड कॉन्सेप्ट थे। वेक्टर्स और 3-डी, कोनिक सेक्शंस, पैराबोला, इंटीग्रेशन, स्ट्रैट लाइन्स, सर्कल्स सीक्वेंसेस और सीरीज, परम्यूटेशन्स और कॉम्बिनेशंस, क्वाड्रटिक एक्वेशन्स, लिमिट्स, कंटीन्यूटी और प्रोबेबिलिटी से सवाल पूछे गए थे।

फिजिक्स का डिफिकल्टी लेवल इजी टू मॉडरेट रहा जो केमिस्ट्री की तुलना में आसान कहा जा सकता है। मॉडर्न फिजिक्स, बीम ऑप्टिक्स, इलेक्ट्रिक करंट, वर्क और एनर्जी, इलेक्ट्रोस्टेटिक्स, यूनिट्स और डाइमेंशन्स, रोटेशन, मैग्नेटिक इफ़ेक्ट ऑफ़ इलेक्ट्रिक करंट, फ्रिक्शन, इलास्टिसिटी, ईएम वेव्स, सेमीकंडक्टर्स से सवाल थे।

केमिस्ट्री का कठिनाई स्तर मीडियम टू हार्ड रहा। कुछ सवाल लेंदी और ट्रिकी थे। अधिकांश सवाल थ्योरिटिकल थे। लगभग सभी सवाल एनसीईआरटी से पूछे गए थे। फिजिकल केमिस्ट्री का वेटेज अधिक था। इसके अलावा बायोमॉलीक्यूल्स, कोआर्डिनेशन कंपाउंड्स, पीरियाडिक टेबल, केमिकल एक्विलिब्रियम और साल्ट एनालिसिस उच्च वेटेज वाले चेप्टर थे।

नितिन विजय ने बताया कि जेईई मेन में अंक बनाम पर्सेंटाइल हर साल बदलते रहते हैं। यह कठिनाई स्तर, उम्मीदवारों के प्रदर्शन, योग्य उम्मीदवारों की संख्या आदि पर निर्भर है। वैसे परीक्षा में करीब 100 अंक प्राप्त करने वाले उम्मीदवार 93 पर्सेंटाइल की उम्मीद कर सकते हैं।