
जयपुर। शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने कहा है कि राजस्थान सरकार प्रदेश में 70000 से अधिक सरकारी विद्यालयों का संचालन कर रही है। ताकि प्रदेश के हर कोने में हर बच्चे को शिक्षा मिले। सरकार का प्रयास है कि कोई भी बच्चा किसी भी कारण से शिक्षा से वंचित न रहे। इसी उद्देश्य को लेकर सरकार शीघ्र ही चल विद्यालय शुरू करने जा रही है । इन विद्यालयों के जरिए उन विद्यार्थियों तक पहुंच बनाई जाएगी जो घुमंतु जातियों से है। इन विद्यालयों में प्राथमिकता के आधार पर घुमंतु जाति के बच्चों को प्रवेश देकर उनके ही स्थान पर विद्यालय की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। ताकि वह शिक्षा से जुड़कर अपना भविष्य बना सके। शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर रविवार को चेन्नई में आयोजित राजस्थानी प्रवासी सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
दिलावर ने कहा कि सरकार अपनी ओर से सबको शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। परंतु आपका भामाशाह के रूप में सहयोग मिले तो हम राजस्थान में शिक्षा की बेहतरी के कीर्तिमान स्थापित कर सकते हैं। मंत्री दिलावर ने कहा कि हमने पिछले डेढ़ वर्ष में अनेक नवाचार कर राजस्थान में शिक्षा प्रणाली में अनेक सुधार किए हैं। बच्चों को डिजिटल माध्यम से शिक्षा दी जा रही है। जहां विद्यालय में विषय विशेषज्ञ अध्यापकों का अभाव था वहां अध्यापक लगाए जा रहे हैं। साथ ही सरकार प्रदेश में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक की शिक्षा को भी जोड़ने जा रही है जिससे बच्चों को अत्याधुनिक शिक्षा मिल सके और वह विश्व के बदलते परिवेश में आगे बढ़ सके।
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि आप प्रदेश में शिक्षा विभाग की विभिन्न योजनाओं से जुड़कर अपना योगदान दे सकते हैं। सरकार आपके द्वारा लगाए गए धन और आपके प्रयास का भरपूर संरक्षण करेगी। सम्मेलन में बड़ी संख्या में चेन्नई में रह रहे राजस्थानी मूल के प्रवासियों ने शिरकत की तथा प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं को लेकर मंत्री से चर्चा की। शिक्षा मंत्री दिलावर ने प्रवासियों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। रविवार को ही शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर अपने दौरे के अगले चरण में बेंगलुरु पहुंचे जहां मंत्री दिलावर का कर्नाटक में रह रहे राजस्थानी प्रवासियों से मिलने का कार्यक्रम है । दिलावर का 22 अप्रैल को जयपुर लौटने का कार्यक्रम है।