स्ट्रेस दूर करने और गहरी निद्रा के लिए रोज करें प्राणायाम

प्राणायाम
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सुबह-सुबह अगर किसी ने एक लंबी, गहरी सांस ली और चेहरे पर शांति की मुस्कान बिखर गई, तो समझ लीजिए वो व्यक्ति प्राणायाम का अभ्यास कर रहा है। आज के समय में जब मोबाइल की स्क्रीन आंख खुलने से लेकर सोने तक हमारा पीछा नहीं छोड़ती, जब दिमाग लगातार दौड़ता रहता है और नींद भी उधार की लगती है, ऐसे में प्राणायाम वो ब्रेक है जो आपको जिंदगी की इस रफ्तार में थोड़ा ठहरने, खुद को सुनने और बेहतर महसूस करने का मौका देता है। प्राणायाम सिर्फ योग का हिस्सा नहीं, बल्कि एक ऐसी ताकत है जो हमारे शरीर, मन और आत्मा तीनों को बैलेंस करती है। और सबसे अच्छी बात… इसे करने के लिए आपको किसी जिम, डिवाइस या महंगे सप्लीमेंट्स की जरूरत भी नहीं है। आइए जानते हैं, वो 5 खास वजहें, जिनकी वजह से आपको प्राणायाम को रोजाना अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए।

तनाव और चिंता को करता है छूमंतर

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भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव जैसे मानो एक आम बात बन गई है, लेकिन जब आप गहरी सांस लेकर प्राणायाम करते हैं, तो यह सीधा आपके नर्वस सिस्टम पर असर डालता है। इससे शरीर में ‘कॉर्टिसोल’ जैसे स्ट्रेस हार्मोन का स्तर कम होता है और आप खुद को शांत और स्थिर महसूस करते हैं।

बेहतर नींद के लिए रामबाण उपाय

अगर आपको नींद नहीं आती या नींद पूरी नहीं होती तो प्राणायाम आपके लिए वरदान है। अनुलोम-विलोम, भ्रामरी और चंद्र भेदी जैसे प्राणायाम मन को शांति देते हैं, जिससे नींद जल्दी आती है और नींद की गुणवत्ता भी बेहतर होती है। रोजाना कुछ मिनटों का अभ्यास आपको रिफ्रेश और तरोताजा महसूस कराता है।

फेफड़ों की ताकत बढ़ाए

प्राणायाम श्वसन प्रणाली को मज़बूत बनाता है। यह फेफड़ों की क्षमता को बढ़ाता है और ऑक्सीजन का संचार शरीर में बेहतर तरीके से करता है। खासकर कोरोना के बाद जिन लोगों को सांस की तकलीफ रही है, उनके लिए प्राणायाम एक सुरक्षित और प्रभावी उपाय है।

इम्यून सिस्टम को बनाता है मजबूत

हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यून सिस्टम को मजबूत रखने के लिए प्राणायाम बेहद कारगर है। यह शरीर में ऊर्जा का प्रवाह बनाए रखता है और टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करता है, जिससे आप बीमारियों से बचे रहते हैं।

फोकस में सुधार करे

जिन लोगों को बार-बार ध्यान भटकने की शिकायत रहती है, उनके लिए प्राणायाम किसी मेडिटेशन से कम नहीं है। यह मस्तिष्क में ऑक्सीजन की सप्लाई बढ़ाकर सोचने-समझने की शक्ति को बढ़ाता है और आपके अंदर की ऊर्जा को जागृत करता है।

कैसे करें शुरुआत?

शुरुआत करने के लिए आपको ज्यादा कुछ नहीं चाहिए- बस एक शांत जगह, 10-15 मिनट का समय और नियमित अभ्यास का संकल्प। शुरुआत अनुलोम-विलोम और भ्रामरी से करें। धीरे-धीरे अभ्यास बढ़ाएं और एक योग गुरु की सलाह लें तो बेहतर रहेगा। ध्यान रहे, प्राणायाम कोई चमत्कार नहीं, बल्कि नियमित अभ्यास से मिलने वाला एक वरदान है। यह शरीर, मन और आत्मा तीनों के बीच संतुलन बैठाता है। तो अगर आप भी एक तनावमुक्त, ऊर्जा से भरी और स्वस्थ जिंदगी चाहते हैं, तो आज ही से प्राणायाम को अपनी दिनचर्या में शामिल कर लीजिए।

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