बच्चों को जल्दी प्रभावित करती है गर्मी, उन्हें सुरक्षित रखें : डॉ. हिमांशु

गर्मी
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पानी की कमी ना आने दें, गर्मी में डिहाइड्रेशन ही सबसे खतरनाक

जयपुर। मई का महीना शुरू हो गया है और गर्मी चरम सीमा पर है। राजस्थान का पारा 46 डिग्री पार कर गया है। राजधानी जयपुर भी खूब तप रही है, ऐसे में सबसे जरूरी है गर्मी से बचाव। इसमें भी महत्वपूर्ण है बच्चों की सुरक्षा। गर्मी से बचाव के उपायों के लिए वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. हिमांशु गुप्ता (जेएनयू अस्पताल, जयपुर में सहायक आचार्य, इंचार्ज इमरजेंसी विभाग मेडिसिन) से बात की। उन्होंने गर्मी बचने के उपाय और इसके प्रभाव के मूल कारण बताए। उन्होंने कहा, गर्मी सबसे ज्यादा और जल्दी बच्चों को प्रभावित करती है, इसलिए बच्चों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। कोशिश रहे धूप चढऩे के बाद बच्चों को घर से निकलने ना दिया जाए। यदि फिर भी ऐसा करना पड़े तो सिर ढककर निकलें। धूप का चश्मा लगाएं। शीतल पेय पिलाते रहें। घर में बच्चों को हल्के रंग के ढीले और सूती वस्त्र पहनाएं। बच्चों को अकेला ना छोड़ें, क्योंकि बच्चों का ध्यान खेलने में अधिक रहता है और वे पानी पीना तक भूल जाते हैं, जो उनके लिए घातक सिद्ध हो सकता है।

सतर्क रहने की आवश्यकता

वरिष्ठ चिकित्सक हिमांशु गुप्ता
वरिष्ठ चिकित्सक हिमांशु गुप्ता

डॉ. हिमांशु ने कहा, समय के अनुसार गर्मी का टे्रंड बदल रहा है, इसलिए हमें सतर्क रहने की आवश्यकता है। कई बार हम हल्की धूप देखकर घर से निकल जाते हैं, लेकिन गर्म हवाओं की चपेट में आ जाते हैं, इससे डिहाइड्रेशन हो सकता है, जो गर्मी के दिनों में सबसे खतरनाक और जानलेवा है, इसलिए जब भी घर से निकलें सिर को ढककर निकलें। भूलकर भी धूप में नंगे पैर ना चलें। भारी काम करने से बचें। यदि ऐसा करते हैं तो बीच-बीच में सुस्ता लें और बार-बार पानी या लिक्विड लेते रहें। जितना हो छायादर एवं ठंडी जगह पर रहें। उन्होंने कहा, गर्मी के दिनों में दोपहर में घर से बाहर निकलने से परहेज करें। यदि आवश्यक हो तो चेहरा ढक लें। धूप से बचाव के लिए सनग्लास का इस्तेमाल करें। ध्यान रहे कपड़ों का रंग हल्का रखें। हाथ-पैरों को भी ढककर रखें।

हल्का भोजन लें

भोजन
भोजन

गर्मी के दिनों में कैसा भोजन लेने के सवाल पर डॉ. गुप्ता बोले- हल्का भोजन लें। तरबूज-खरबूज जैसे रसदार फल खाएं। ध्यान रहे ये ताजा हों। नारियल पानी, नींबू पानी, छाछ अथवा अन्य पेय लेते रहें। सलाद व हरी सब्जियों का खूब उपयोग करें। कच्ची प्याज खाएं। तले हुए या अधिक वसा युक्त भोजन व कैफीन से बचें। ये डिहाइड्रेशन बढ़ा सकते हैं।

सुबह-शाम छाव में घूमें

सुबह-शाम घूमने के सवाल पर उन्होंने कहा, घूमने से परहेज नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह सेहत के लिए सबसे फायदेमंद है, लेकिन मौसम के हिसाब से इसके तौर-तरीके बदल लेना आवश्यक है। सबसे जरूरी है समय, गर्मी के दिनों में व्यायाम करने के लिए सुबह या शाम का वक्त तय करना चाहिए। व्यायाम के दौरान सूर्य के तेज प्रभाव से बचें। धूप में भूलकर भी व्यायाम नहीं करें। ऐसा करने से चक्कर आ सकते हैं।

पर्याप्त नींद जरूरी

नींद
नींद

बदलती जीवनशैली और गर्मी के असर के सवाल पर डॉ. हिमांशु ने कहा, पाचन, नींद और हार्मोनल ये तीनों शरीर की सामान्य प्रक्रियाएं हैं। मौसम में बदलाव से नींद की समस्या, डिहाइड्रेशन, इम्युनिटी कमजोर होना, मानसिक अवसाद व चिड़चिड़ापन की समस्या आ सकती है, इसलिए तनाव से परहेज करें और पर्याप्त नींद लें। फिर भी कोई परेशानी हो तो डॉक्टर की सलाह लें।

हीट स्ट्रोक के लक्षण

हीट स्ट्रोक
हीट स्ट्रोक

– त्वचा का लाल या शुष्क होना
– पसीना नहीं आना
– सांसें तेज चलना
– धडकऩ तेज होना
– बेहोशी छा जाना
– दौरे आना

बेहतरीन कार्य के लिए कई बार सम्मानित हो चुके हैं डॉ. गुप्ता

हिमांशु गुप्ता
हिमांशु गुप्ता

बेहतरीन कार्य के लिए डॉ. हिमांशु को कई बार अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है।
1. वल्र्ड हैल्थ चैंपियन अवार्ड-2024
2. प्राइवेट हॉस्पिटल एंड नर्सिंग होम, इमरजेंसी एक्सीलेंस अवार्ड-2022
3. यंग अचीवर्स अवार्ड जेएमए, जयपुर-2022

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