
जयपुर। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने पूर्व मुख्यमंत्री अशाेक गहलोत के बयानबाजी पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेसी नेताओं का चरित्र भी राजनीति से प्रेरित है। राष्ट्र के मामले में सभी दलों को एकजुटता दिखानी चाहिए थी, लेकिन कांग्रेसी नेता देश के नेतृत्व पर ही सवाल उठा रहे है, हमारे शीर्ष नेतृत्व को नीचा दिखाने की चेष्ठा कर रहे है, यह सही नहीं है। राठौड़ ने कहा कि गहलोत साहब ने भी गोपनीयता की शपथ ली थी, वो ही शपथ हमारे शीर्ष नेतृत्व ने भी ली है। ऐसे में देश के कूटनीति के विषयों को कैसे उजागर कर दिया जाए! आतंकियों द्वारा पहलगाम में की गई कायराना हरकतों पर जहां हमारे शीर्ष नेतृत्व ने पाक से किए गए समझौते रद्द करने का ऐतिहासिक कार्य किया, वहीं दूसरी ओर भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर चलाकर देश का मान रखा। आतंकियों के साथ उनके केंद्रों तक को भारतीय सेना ने नेस्तनाबूद कर दिया। ऐसे में हमारे शीर्ष नेतृत्व के साथ भारतीय सेना का सम्मान हम सब के लिए गौरव का विषय है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद सेना के सम्मान और गौरव के लिए देशभर में तिरंगा यात्रा और सिंदूर यात्रा निकाली जा रही है। इस समय पक्ष और विपक्ष को एकजुट रहकर एकता का संदेश देना चाहिए। सभी राजनीतिक दलों को सेना के सम्मान के लिए तिरंगा यात्रा में शामिल होना चाहिए लेकिन इस समय भी कांग्रेसी नेता राजनीति कर रहे है, यह सही नहीं है। मुख्यमंत्री के काफिले के सामने आना, उनके काफिले के दौरान काले झंडे दिखाना यह निदंनीय है। राठौड़ ने बताया कि तिरंगा यात्रा भी पार्टी विशेष का कार्य नहीं है, इसमें भाजपा सहयोगी की भूमिका में है। ऐसे में सभी राजनीतिक दलों को विधानसभा, जिला स्तर, मंडल स्तर, वार्ड स्तर और चौपाल स्तर पर निकलने वाली तिरंगा यात्रा में शामिल होकर एकता का संदेश देना चाहिए। तिरंगा यात्रा में भारतीय ध्वज के साथ नारे भी भारत माता की जय, जय हिंद और वंदे मातरम के लगाए जा रहे है। तिरंगा यात्रा या सिंदूर यात्रा का मुख्य उद्देश्य संपूर्ण राष्ट्र में देशभक्ति के वातावरण को और अधिक मजबूत करना है। यह यात्रा राजनीति निरपेक्ष कार्यक्रम है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने सवाल के जवाब में कहा कि शायद गहलोत साहब को यह नहीं पता कि पहलगाम में भारतीय सेना ने ऑपरेशन सर्च पहले चलाया उसके बाद में पाकिस्तान में ऑपरेशन सिंदूर चलाकर आतंकियों के साथ उनके प्रशिक्षण केंद्रों को नष्ट किया। तीन बार के मुख्यमंत्री रहने वाले गहलोत को पता होना चाहिए कि 10 फीसदी पानी रोकने पर पाकिस्तान घुटने पर आ गया, ऑपरेशन सिंदूर चलाने पर विश्व के कई राष्ट्रों के पास गिडगिडाने लग गया, भारतीय सेना अधिकारियों से वार्ता के लिए अनुरोध करने की स्थिति में आ गया। भारतीय सेना ने पहलगाम हमले का चुन चुनकर बदला लिया और आतंकियों को सबक सिखाने का ऐतिहासिक कार्य किया है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने गहलोत के बयान पर कहा कि राजस्थान में भाजपा की डबल इंजन सरकार लगातार जनहित को समर्पित कार्य कर रही है। फिर चाहे वो कानून व्यवस्था हो या फिर पेपरलीक माफियाओं को सलाखों तक पहुंचाने का काम हो। गहलोत सरकार के कार्यकाल और भजनलाल सरकार के डेढ़ साल के कार्यकाल का तुलनात्मक अध्ययन करने पर स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। गहलोत भूल गए कि उनके कार्यकाल में राजस्थान महिला अत्याचार के मामलों में देश में अव्वल था। इतना ही नहीं, बेरोजगारी, अपराध, महंगाई, भ्रष्टाचार सहित सभी क्षेत्रों में हालात चिंताजनक थे। ऐसे में गहलोत पहले स्वयं के कार्यकाल को देख ले तो इस तरह के बयान नहीं देंगे।