
भीलवाड़ा। भीलवाड़ा जिला कलेक्टर कार्यालय में मंगलवार सुबह उस समय हड़कंप मच गया जब कार्यालय को एक संदिग्ध ई-मेल के जरिए बम से उड़ाने की धमकी मिली। इस ई-मेल के वायरल होते ही प्रशासनिक महकमे में अफरा-तफरी मच गई और सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को तत्परता से कलेक्ट्रेट परिसर खाली करवाकर बाहर निकाला गया। बाद में प्रशासन ने स्पष्ट किया कि यह एक मॉकड्रिल (आपातकालीन अभ्यास) का हिस्सा थी, जिसे सुरक्षा उपायों की जांच और आपात स्थिति से निपटने की तैयारियों को परखने के लिए आयोजित किया गया था।

आज सुबह 10.45 बजे जिला कलेक्टर कार्यालय को एक मेल प्राप्त हुआ जिसमें बम से कार्यालय को उड़ाने की धमकी दी गई थी। इस सूचना के मिलते ही जिला कलेक्टर जसमीत सिंह संधू और पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह ने तत्काल हरकत में आते हुए पूरे परिसर को खाली करवाया और बम निरोधक दस्ते को अजमेर से बुलाया गया। इस बीच पुलिस ने तत्काल कलेक्ट्रेट परिसर के सभी मुख्य द्वार बंद कर दिए और हर आने-जाने वाली गाड़ियों की गहनता से जांच शुरू कर दी। बम निरोधक दस्ता भी मौके पर पहुंचा और पूरे परिसर की सघन तलाशी शुरू कर दी। सुरक्षाबलों के साथ-साथ जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे और स्थिति पर निगरानी बनाए रखी।
हालांकि कुछ ही समय बाद यह स्पष्ट हो गया कि यह धमकी एक मॉकड्रिल का हिस्सा थी। यह अभ्यास इसलिए किया गया था ताकि यह देखा जा सके कि आपात स्थिति में प्रशासनिक तंत्र, पुलिस बल, सुरक्षा एजेंसियाँ और कर्मचारी कितनी जल्दी और प्रभावी तरीके से प्रतिक्रिया दे सकते हैं।