टोंक में वैश्य महासम्मेलन का 35वां मासिक सेवा आयोजन

वैश्य महासम्मेलन
वैश्य महासम्मेलन

टोंक। टोंक में शनिवार को सेवा, श्रद्धा और संस्कार का एक अद्भुत संगम देखने को मिला। अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन की ओर से आयोजित 35वीं मासिक गोसेवा में जहां गायों की सेवा कर सनातन संस्कृति को पुनर्जीवित किया गया, वहीं पेड़ों पर परिण्डे लगाकर पक्षियों की प्यास बुझाने का संदेश भी दिया गया।

चतुर्भुज तालाब के पास कामधेनु गोशाला में आयोजित इस कार्यक्रम में वैश्य समाज के सदस्यों ने गुड़, खल, भूसा और हरा चारा खिलाकर गायों की सेवा की। इस दौरान गोशाला परिसर में परिंडे लगाए गए, जिनमें पानी भरकर आने-जाने वाले पक्षियों के लिए जीवनदायिनी राहत का प्रबंध किया गया।

मीना तोषनीवाल, महिला संरक्षिका ने कहा – “हर सनातनी का यह धर्म है कि वह अपनी सामर्थ्य अनुसार गोसेवा करे। गोमाता की सेवा सभी मनोरथों को पूर्ण करती है।” इस आयोजन में महिला शक्ति की भागीदारी भी उत्साहजनक रही। महिला जिलाध्यक्ष स्नेहा बम्ब ने कहा कि जहां गोसेवा धर्म का हिस्सा है, वहीं परिंदों की सेवा प्रकृति के प्रति उत्तरदायित्व है।