
जननी सुरक्षा योजना और प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में राजस्थान का देश में अग्रणी स्थान चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूती देने के लिए 24 हजार पदों पर दी नियुक्तियां, 26 हजार प्रक्रियाधीन
जयपुर। केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में स्वास्थ्य सेवाओं का निरंतर विस्तार हो रहा है। राजस्थान में चिकित्सा सुविधाओं का सुदृढ़ीकरण करना केन्द्र सरकार और स्वास्थ्य मंत्रालय की प्राथमिकताओं में है। प्रदेश में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के मार्गदर्शन में उल्लेखनीय कार्य हो रहे हैं, जिनसे ‘निरामय राजस्थान‘ की संकल्पना साकार होने लगी है। श्री शर्मा द्वारा मानव सेवा में समयबद्ध निर्णयों के सफल परिणाम नजर आने लगे हैं।नड्डा शनिवार को मुख्यमंत्री निवास पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने राजस्थान में केन्द्र और राज्य सरकार की योजनाओं की प्रगति को लेकर सराहना की।
नड्डा ने कहा कि चिकित्सकीय कार्य मानव सेवा का महत्वपूर्ण माध्यम है। इनमें विभागीय अधिकारी, चिकित्सक और समस्त कार्मिक पूर्ण मनोयोग से अपनी महती जिम्मेदारी निभाएं। उन्होंने आश्वस्त किया कि मंत्रालय स्तर पर प्रदेश से सम्बंधित सभी विषयों का शीघ्र ही सकारात्मक समाधान किया जाएगा।केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को योजनाओं की नियमित समीक्षा करने, बीमारियों के प्रति विद्यार्थियों को जागरूक करने, कैंसर उपचार आदि पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) सेल गठित की है। यहां राज्य सरकार चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के विस्तार के लिए प्रस्ताव भेजें, जिन्हें मंत्रालय स्तर पर अध्ययन कर लागू कराया जाएगा।
उन्होंने कहा कि मंत्रालय की ओर से नेत्र रोग सम्बंधित योजनाएं संचालित की जा रही हैं, जिनको राज्य सरकार जनहित में आगे बढ़ाए।नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर मिशन के तहत समयबद्ध रूप से बजट का सदुपयोग करें, ताकि रोगियों को बेहतर इलाज मिल सके। प्रदेश में गैर संचारी रोग के प्रति भी जनजागरूकता फैलाई जाए। उन्होंने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, पीएम आयुष्मान भारत हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर मिशन, 15वें वित्त आयोग से आवंटित राशि की प्रगति, आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन, राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम, स्वास्थ्य बीमा योजना, केन्द्रीय प्रवर्तित योजनाओं की प्रगति सहित विभिन्न विषयों की विस्तृत समीक्षा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने चिकित्सा सेवाओं और चिकित्सा शिक्षा में सहयोग पर केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि स्वस्थ राजस्थान के लक्ष्य को साकार करने के लिए केन्द्र व राज्य सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं की निरंतर समीक्षा की जा रही है।
श्री शर्मा ने कहा कि राजस्थान ने जननी सुरक्षा योजना और प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में देश में अग्रणी स्थान प्राप्त किया है। साथ ही, विश्व स्वास्थ्य दिवस पर निरामय राजस्थान अभियान प्रारंभ किया गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना के तहत 1 करोड़ 34 लाख परिवारों को 25 लाख रुपए तक का कैशलेस उपचार उपलब्ध करवाया जा रहा है। वहीं, मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन प्रारम्भ कर 15 हजार करोड़ रुपए के विभिन्न निर्माण कार्य करवाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि 11 हजार 655 चिकित्सा संस्थानों को आयुष्मान आरोग्य मंदिर के रूप में परिवर्तित कर दिया गया है।शर्मा ने कहा कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को मजबूत बनाने के लिए एक वर्ष में लगभग 24 हजार से अधिक पदों पर भर्तियां की गई। साथ ही, करीब 26 हजार पदों पर भर्तियां प्रक्रियाधीन हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में 3 हजार 355 पंचायतें टीबी मुक्त हो चुकी हैं। मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य के लिए मा-वाउचर योजना लागू कर गांव-कस्बों में राजकीय क्षेत्र में सोनोग्राफी की निःशुल्क सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। राज्य में अब तक 6 करोड़ 23 लाख से अधिक आभा आईडी बनाई जा चुकी है।बैठक में केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी चिकित्सा क्षेत्र में राज्य सरकार की प्रगति को सराहा। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख शासन सचिव श्रीमती गायत्री ए राठौड़ और चिकित्सा शिक्षा विभाग के शासन सचिव श्री अम्बरीश कुमार ने विभागीय योजनाओं की प्रगति से अवगत कराया। इस अवसर पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री गजेंद्र सिंह खींवसर, मुख्य सचिव और चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।