जल संरक्षण में उपयोगी साबित हो रहा फार्म पॉन्ड एवं डिग्गी का उपयोग

फार्म पॉन्ड
फार्म पॉन्ड
  • भजनलाल सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी से कृषक हो रहे लाभान्वित

जल के बिना किसी भी प्रकार के जीवन और वनस्पति की कल्पना भी नहीं की जा सकती। वर्तमान समय में जल की कमी एक गंभीर समस्या बनती जा रही है। अल्पवृष्टि और अनियमित मानसून के कारण किसानों को सिंचाई के लिए जल की भारी कमी का सामना करना पड़ता रहा है। इस स्थिति में जल संरक्षण आवश्यक हो गया है। जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए भजनलाल सरकार द्वारा 5 जून से 20 जून तक ‘वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान’ चलाया जा रहा है।

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा

सिंचाई की आवश्यकता को पूरा करने में फार्म पॉन्ड और डिग्गी उपयोगी सिद्ध हो रहे-

फार्म पॉण्ड एक कृत्रिम जलाशय है जिसे खेतों में वर्षा जल को एकत्र करने के लिए बनाया जाता है। यह एक गड्ढे के रूप में बनाया जाता है जिसे पॉलीथिन से लाइन किया जाता है ताकि जल का रिसाव न हो। इसके पानी का उपयोग सिंचाई, पशुओं के लिए पानी, मछली पालन आदि के लिए किया जाता है। फार्म पॉन्ड में वर्षा के जल को इकट्ठा कर जल की बर्बादी को रोका जाता है और सूखे के समय इसमें सिंचाई के लिए जल उपलब्ध रहता है। फार्म पॉन्ड मछली पालन द्वारा अतिरिक्त आय का स्रोत भी बनता जा रहा है।

नहरी क्षेत्रों में पानी को इकट्ठा करने के लिए डिग्गी का उपयोग किया जाता है। जिसका निर्माण सीमेंट और ईंटों से किया जाता है। यह एक प्रकार की खुली टंकी होती है, जिसमें नहर या पाइप से जल लाकर एकत्र किया जाता है। राजस्थान जैसे सूखे या कम वर्षा वाले क्षेत्रों में फार्म पॉण्ड और डिग्गी से सिंचाई बहुत महत्वपूर्ण साधन है। इसके माध्यम से वर्षा जल को संग्रहित किया जा सकता हैं।

फार्म पॉन्ड और डिग्गी जैसे जल संरक्षण उपाय आज की आवश्यकता है। यदि इन तकनीकों को व्यापक रूप से अपनाया जाए तो जल संकट की समस्या से काफी हद तक छुटकारा पाया जा सकता है। वर्तमान समय में राज्य सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी का फायदा ले कर किसान इनका निर्माण तीव्रता से कर रहे हैं। हमें जल की महत्ता को समझते हुए हर संभव प्रयास करना चाहिए ताकि भविष्य की पीढ़ियों के लिए जल सुरक्षित रह सके।