वरण भात है महाराष्ट्र की फेमस डिशन, आप भी ऐसे कर सकते हैं तैयार

वरण भात
वरण भात

भारत को विविधता का देश कहा जाता है। यहां आपको जहां घूमने के लिए एक से एक जगहें मिल जाएंगी, वहीं दूसरी ओर खानपान के मामले में भी इस देश का कोई जवाब नहीं है। भारत के हर राज्य की कोई न कोई खासियत जरूर होती है। चाहे टूरिस्ट प्लेस हो या फिर खास खान-पान की परंपराएं, इनका लुत्फ लेने के लिए देश विदेश के लोगों की भीड़ जुटती है। खानपान की जब भी बात होती है तो यूपी, गुजरात और राजस्थान का नाम सबसे पहले लिया जाता है। यूपी में जहां बिरयानी, कबाब, कोरमा, कुल्चे, शीरमाल, जर्दा, रुमाली रोटी और वर्की पराठा और रोटियां मशहूर हैं, वहीं गुजरात में ढोकला, खांडवी, थेपला, उंधियू, बासुंदी और घुघरा बड़े ही चाव के साथ खाया जाता है। इसके अलावा राजस्थान का दाल बाटी चूरमा, गट्टे की सब्जी, लाल मांस, केर सांगरी और मिर्ची वड़ा पूरी दुनिया में मशहूर है। वरण भात है महाराष्ट्र की फेमस डिशन, आप भी ऐसे कर सकते हैं तैयार

महाराष्ट्र में खूब खाई जाती हैं ये डिशेज

वरण भात
वरण भात

उन्हीं में से महाराष्ट्र भी एक है। ये राज्य अपने अनोखे और लजीज व्यंजनों के लिए जाना जाता है। वैसे तो आमतौर पर महाराष्ट्र में पाव भाजी, वड़ा पाव, मिसल पाव, पूरन पोली, भरली वांगी, जुंका भाकरी, दाल खिचड़ी, कांदा पोहा और मोदक को खूब पसंद किया जाता है, लेकिन एक चीज है दाल चावल, जो हर राज्य में खाई जाती है। ये सेहत को भी कई तरह से फायदा पहुंचाती है।

महाराष्ट्रीयन स्टाइल में बनाएं दाल

हालांकि महाराष्ट्र में थोड़ा अलग तरीके से दाल चावल को परोसा जाता है। ऐसे में अगर आप भी रोज एक ही जैसी दाल खा-खाकर बोर हो गए हैं तो इस बार महाराष्ट्रीयन स्टाइल में दाल बनाकर ट्राई करें। महाराष्ट्र की ये दाल अपने खास मसालों, तडक़े और स्वाद के लिए जानी जाती है। ये न सिर्फ स्वादिष्ट होती है बल्कि सेहतमंद भी होती है। जी हां, आप इसे सादे चावल के साथ खा सकते हैं। इसे वरण भात के नाम से जाना जाता है। अरहर दाल और चावल से बनी यह साधारण डिश महाराष्ट्र में लोगों के घरों की जान है। ये खाने में हल्की और पोषण से भरपूर होती है।

वरण भात कैसे बनाएं?

वरण भात बनाने के लिए कुकर में अरहर दाल, टमाटर, जीरा, प्याज, तेल, हरी मिर्च, नमक और जरूरत के अनुसार पानी डाल लें।
अब इन्हें अच्छी तरह से मिला लें। तीन सीटी के आने तक इसे पका लें। अगर दाल कच्ची रह जाए तो एक दो सीटी और लगा सकते हैं।
जब तक दाल पक रहा है तो इसका एक खास मसाला तैयार करें।
घिसा हुआ नारियल, कटा हुआ प्याज, लहसुन, धनिया पत्ती, हरी मिर्च और धनिया-हल्दी पाउडर को मिलाकर ब्लेंड कर लें।
दाल के पकने पर ये मिश्रण उसी में मिला दें।
इसके बाद दो मिनट तक इसे और पकने दें।
अब गरमा गरम चावल के साथ इसे सर्व करें।
ऊपर से घी डालना बिल्कुल न भूलें। इसका स्वाद एकदम लाजवाब होता है।
अगर आपने एक बार ये रेसिपी ट्राई कर ली तो बार-बार इसे बनाने का मन करेगा।

यह भी पढ़ें : राजस्थान वाहिनी भारत गौरव पर्यटक ट्रेन रामेश्वरम के लिए रवाना

Advertisement