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वंदे गंगा जल संरक्षण अभियान के तहत सीएसआर कार्यशाला
टोंक। वंदे गंगा जल संरक्षण अभियान के तहत शनिवार को जिला परिषद सभागार में सीएसआर कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में जनप्रतिनिधि, अधिकारी, उद्यमी एवं स्वयं सेवी संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद रहे। कार्यशाला को संबोधित करते हुए देवली-उनियारा विधायक राजेंद्र गुर्जर ने कहा कि उद्यमियों को सीएसआर फंड के तहत जल संरक्षण के लिए प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित कर विभिन्न कार्य करवाने में अपनी भूमिका निभानी चाहिए। इससे न केवल गुणवत्तापूर्ण जल संरचनाओं का निर्माण होगा तथा जनभागीदारी के लिए भी लोगों को प्रेरित किया जा सकेगा। उन्होंने वंदे गंगा जल संरक्षण का महत्व बताते हुए शपथ भी दिलवाई।
जिला प्रमुख सरोज बंसल ने उद्यमियों से अपील करते हुए कहा कि जल संरक्षण जन अभियान में वे अपनी अधिकाधिक भागीदारी निभाएं। उन्होंने अधिकारियों से भी सभी कार्यक्रमों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों, आमजन एवं स्वयं सेवी संस्थाओं को जोड़ने पर जोर दिया। जिला प्रमुख ने कहा कि जल के बिना इस धरती का अस्तित्व संभव नहीं है। इसलिए हमें जल एवं पर्यावरण के संरक्षण को प्राथमिकता में रखना होगा। जिलाध्यक्ष चंद्रवीर सिंह चौहान ने कहा कि बड़े उद्यमी सरकार के साथ मिलकर जल नीति, सीएसआर परियोजनाओं और जनजागरूता अभियानों में अपना सहयोग कर सकते है। उद्यमी जल को एक संसाधन के बजाए मूल्यवान संपत्ति समझे। वे इसके संरक्षण और संचयन के लिए भी
कार्य करें।
कार्य करें।
अभियान के जिला संयोजक सतीश चंदेल ने कहा कि आज जल संकट और जलवायु परिवर्तन की चुनौती को देखते हुए कई कॉर्पोरेट संस्थाएं जल संरक्षण के लिए कार्य कर रही है। यह कार्य न केवल पर्यावरण की रक्षा करते है बल्कि जन समुदाय को जल आपूर्ति को भी सशक्त बनाते है। इस दौरान मुख्य कार्यकारी अधिकारी परशुराम धानका, अतिरिक्त जिला कलेक्टर रामरतन सौकरिया, जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक संजय जैन, रीको के क्षेत्रीय प्रबंधक सीताराम मीणा, जिला उद्योग अधिकारी रमाकांत शर्मा, पीआरओ अपूर्व शर्मा, जनसंपर्क कर्मी रिजवान अनीस, निवाई उद्योग संघ के अध्यक्ष पारस जैन, मालपुरा के धीरज जैन, डाबर इंडिया लिमिटेड, एनबीसी एवं कल्पतरू इंडस्ट्रीज के प्रतिनिधि, तरुण टिक्कीवाल एवं शैलेंद्र चौधरी समेत जिले के विभिन्न उद्यमी मौजूद रहे।