जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्तियों तक पहुंचाएं – राज्यपाल

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राज्यपाल ने जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली

– योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के दिए निर्देश

– पात्र व्यक्ति को मिले जन कल्याणकारी योजनाओं का समुचित लाभ – राज्यपाल

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जयपुर। राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने अंतिम छोर पर बैठे प्रत्येक पात्र व्यक्ति को केन्द्र और राज्य सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ समयबद्ध प्रदान किया करने के निर्देश दिए हैं।

राज्यपाल बागडे सोमवार को सवाईमाधोपुर कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने विभिन्न विभागीय योजनाओं की प्रगति का जायजा लिया।

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उन्होंने शिक्षा विभाग से विद्यार्थियों की बौद्धिक क्षमता बढ़ाने हेतु कार्य करने तथा उन्हें तार्किक सोच एवं पाठ्यपुस्तक के बाहर का व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करने पर बल दिया। उन्होंने नन्हे बच्चों को विद्यालय से जोड़ने के लिए शैक्षिक गतिविधियों में नवाचार और रोचकता लाने, विद्यालयों में खेलों को बढ़ावा देने एवं मानसिक व शारीरिक विकास सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विकसित राष्ट्र में शिक्षा का ही सर्वाधिक महत्व है।

राज्यपाल ने कहा कि किसी भी राष्ट्र की प्रगति के लिए शिक्षा, चिकित्सा, सड़क, जल व ऊर्जा जैसी आधारभूत सुविधाओं का उत्कृष्ट स्तर आवश्यक है। उन्होंने सौर ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा देने हेतु सरकारी भवनों की छतों और परिसरों का उपयोग करने के निर्देश दिए। उन्होंने जल जीवन मिशन के अंतर्गत शेष घरों में शीघ्र नल कनेक्शन देने, प्रत्येक गांव ढाणी को मोटरेबल सड़कों से जोड़ने के निर्देश दिए। उन्होंने जिले में चल रहे वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान की समीक्षा करते हुए अधिकाधिक वृक्षारोपण, तालाबों की सफाई एवं वर्षा जल संग्रहण को प्राथमिकता देते हुए गांव का पानी गांव में रोकने हेतु अमृत सरोवर व अन्य जल संग्रहण संरचनाओं का विकास करने के निर्देश दिए।

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राज्यपाल ने मनरेगा में प्रति जॉब कार्ड औसत श्रमिक दिवस बढ़ाने के साथ श्रमिकों को रोजगार हेतु जागरूक करने की बात कहीं। स्वामित्व योजना के तहत पट्टा पार्सल का त्वरित वितरण, स्वच्छ भारत मिशन में कार्यशील शौचालयों की निगरानी और कचरे के वैज्ञानिक निस्तारण पर भी बल दिया। उन्होंने पर्यावरण प्रदूषण रोकने के लिए शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में कचरा संग्रहण और निस्तारण व्यवस्था को प्रभावी बनाकर प्लास्टिक व कचरे को खुले स्थानों पर नहीं डालकर चिन्हित स्थानों पर गड्ढ़े खोदकर जमीन में गाडने के निर्देश दिए ताकि जैविक अपघटन द्वारा कचरा मृदा एवं खाद में परिवर्तित हो जाए।