
राज्य की लोकतांत्रिक परंपराओं के मॉडल को विधान सभा अध्यक्ष देवनानी विश्व पटेल पर प्रस्तुत करेंगे
जयपुर। राजस्थान विधान सभा अध्यक्ष वासुदेव फ्रांस और जर्मनी की सात दिवसीय अध्ययन यात्रा के लिए रवाना हुए।विधान सभा अध्यक्ष बुधवार को नई दिल्ली से वायुयान द्वारा पेरिस के लिए रवाना हुए। राष्ट्रमंडल संसदीय संघ के तत्वावधान में आयोजित इस अध्ययन यात्रा के दौरान देवनानी दो देशों की संसदीय परम्पराओं का अध्ययन करेंगे। देवनानी ने कहा कि वैश्विक संसदीय संवाद के लिए यह अध्ययन यात्रा नई पहल है।
विधान सभा अध्यक्ष को मंगलवार को प्रातः यहां उनके जयपुर स्थित राजकीय निवास पर विशिष्ट सहायक के. के. शर्मा और राजस्थान विधान सभा सचिवालय के अधिकारियों ने पुष्प गुच्छ भेंटकर, माला पहनाकर और दुपट्टा ओढाकर संसदीय परम्पराओं की इस अध्ययन यात्रा के लिए शुभकामनाएं दी। देवनानी के साथ विधान सभा के प्रमुख सचिव भारत भूषण शर्मा भी गये है।
राजस्थान विधान सभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी की फ्रांस और जर्मनी की यह सात दिवसीय यात्रा संसदीय सहभागिता, लोकतांत्रिक आदान-प्रदान और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की दृष्टि से महत्वपूर्ण है। देवनानी इस यात्रा के दौरान दोनों देशों की राष्ट्रीय संसदों, स्थानीय विधान संस्थानों और विभिन्न सांस्कृतिक एवं शैक्षिक संस्थानों का भ्रमण कर उच्चाधिकारियों और निर्वाचित जनप्रतिनिधियों से विचार-विमर्श करेंगे। देवनानी इस अध्ययन यात्रा में डिजिटल विधायी प्रक्रियाओं और सामाजिक समावेशन पर भी विस्तार से विचार-विमर्श करेंगे।
यात्रा के दौरान देवनानी फ्रांस एवं जर्मनी में भारतीय मिशनों के प्रतिनिधियों, प्रवासी भारतीय संगठनों तथा भारतीय मूल के नवाचारकर्ताओं से संवाद करेंगे। वे राजस्थान की लोकतांत्रिक परंपराओं, सांस्कृतिक धरोहर और जनकल्याणकारी योजनाओं के मॉडल को विश्व पटल पर प्रस्तुत करेंगे। विधान सभा अध्यक्ष फ्रांस और जर्मनी की अपनी सात दिवसीय विदेश यात्रा पूरी कर 24 जून को स्वदेश लौटेंगे।
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