
भुवनेश्वर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को ताबड़तोड़ दौरे किए। पीएम मोदी ओडिशा पहुंचे जहां उन्होंने कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया। उनके भाषण दिनभर चर्चा का विषय बने रहे। उन्होंने पीएम मोदी ने जनता मैदान में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि उनके लिए महा प्रभु की धरती पर होना जरूरी था। इसलिए उन्होंने अमेरिका जाने के बजाय ओडिशा आना पसंद किया।
उन्होंने कहा कि मेरे पास अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप का फोन आया था। उन्होंने मुझे अमेरिका बुलाया था। लेकिन मैंने उड़़ीसा आना ज्यादा मुनासिब समझा। उन्होंने कहा इसलिए मैंने ट्रंप के अमेरिका आने के प्रस्ताव को ठुकरा दिया। दरअसल पीएम मोदी इस सप्ताह अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प से मिलने वाले थे। लेकिन पश्चिम एशिया में इजरायल-ईरान संघर्ष के कारण ट्रम्प को वाशिंगटन वापस जाना पड़ा।
इसलिए यह मुलाकात नहीं हो सकी। इसलिए उन्होंने अमेरिका जाने के बजाय ओडिशा आना पसंद किया। दरअसल पीएम मोदी इस सप्ताह अमेरिकी राष्ट्र्रपति ट्रम्प से मिलने वाले थे। लेकिन पश्चिम एशिया में इजरायल-ईरान संघर्ष के कारण ट्रम्प को वाशिंगटन वापस जाना पड़ा। इसलिए यह मुलाकात नहीं हो सकी।
पीएम मोदी ने ओडिशा में 18,600 करोड़ रुपए की 105 परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस दौरान बीजेपी सरकार के एक साल पूरे होने का जश्न भी मनाया गया। पीएम मोदी ने कहा कि ओडिशा सिर्फ एक राज्य नहीं है। बल्कि भारत की विरासत का चमकता सितारा है। सालों से ओडिशा ने भारत की संस्कृति और विरासत को समृद्ध किया है। उन्होंने कहा कि विकास और विरासत के मंत्र के साथ ओडिशा की भूमिका और भी बढ़ गई है।