
थाईलैंड। भारतीय सीनियर फुटबाल महिला टीम सोमवार को थाईलैंड के चियांग माई में अपने एएफसी महिला एशियाई कप ऑस्ट्रेलिया 2026 क्वालीफायर अभियान की शुरुआत करने के लिए तैयार है। टीम अपना पहला मैच मंगोलिया के खिलाफ खेलेगी।
यह प्रमुख प्रतियोगिता पिछले कई सालों में ब्लू टाइग्रेस के लिए दुर्भाग्यपूर्ण रही है। भारतीय टीम ने आखिरी बार 2003 में एएफसी महिला एशियाई कप में जगह बनाई थी। वहीं जब 2022 में टूर्नामेंट की मेजबानी की, तो कोविड-19 मामलों और चोटों के कारण टीम को टूर्नामेंट से हटना पड़ा था। ऐसे में मुख्य कोच क्रिस्पिन छेत्री और टीम जब 16 जून को थाईलैंड पहुंचीं, तो उनका एकमात्र लक्ष्य क्वालीफायर के जरिए एएफसी महिला एशियाई कप के लिए क्वालीफाई करना है। hi.wikipedia.org/w
भारतीय टीम क्वालीफायर के ग्रुप बी में है, जहां उसका सामना सोमवार को मंगोलिया से, फिर 29 जून को तिमोर लेस्ते से, 2 जुलाई को इराक से और 5 जुलाई को मेजबान थाईलैंड से होगा। ग्रुप विजेता मार्च 2026 में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले फाइनल टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई करेगा। एएफसी महिला एशियाई कप 2026 फीफा महिला विश्व कप ब्राजील 2027 के लिए क्वालीफायर के रूप में भी काम करेगा।
थाईलैंड के अलावा भारत ने इससे पहले ग्रुप बी के अन्य तीन प्रतिद्वंद्वियों का सामना कभी नहीं किया है।
ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (एआईएफएफ) की ओर से जारी बयान में मुख्य कोच क्रिस्पिन छेत्री ने कहा, “मंगोलिया, तिमोर लेस्ते और इराक के बारे में हमारे पास ज्यादा जानकारी नहीं है। उन्होंने हाल ही में कोई मैच नहीं खेला है। हम थाईलैंड के बारे में थोड़ा जानते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि मुझे लगता है कि चियांग माई में पहले आने से हमें मौसम की स्थिति के अनुकूल होने और समय के अंतर को समायोजित करने में बहुत मदद मिली है। यहां का मौसम बेंगलुरु की तुलना में थोड़ा अधिक नम है। प्रशिक्षण मैदान बहुत अच्छा है और हम आगामी मैचों के लिए अच्छी तरह से तैयार हैं।
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