
जयपुर। प्रमुख शासन सचिव ऊर्जा अजिताभ शर्मा ने प्रदेश के विद्युत निगमों को एनर्जी ट्रांजिशन की दिशा में और अधिक मजबूती के साथ काम करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं को निर्बाध विद्युत आपूर्ति के साथ—साथ राजस्थान को ऊर्जा के क्षेत्र में अग्रणी बनाना राज्य सरकार की प्राथमिकता है।
इसके मद्देनजर वितरण निगम ग्रिड के बेहतर प्रबंधन, लोड मैनेजमेंट तथा उपभोक्ता सेवाओं की त्वरित अदायगी पर फोकस करें। प्रमुख शासन सचिव ऊर्जा का पदभार संभालने के बाद शुक्रवार को जयपुर, जोधपुर एवं अजमेर विद्युत वितरण निगमों एवं अक्षय ऊर्जा निगम के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशकों के साथ अपनी पहली समीक्षा बैठक में उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं को 24*7 बिजली आपूर्ति के साथ ही आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने की दिशा में डिस्कॉम्स योजनाबद्ध रूप से काम करें।
अजिताभ ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि कुसुम योजना में प्रदेश में बेहतर काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि एनर्जी ट्रांजिशन की दिशा में विकेंद्रित सौर ऊर्जा को और अधिक प्रतिबद्धता के साथ बढ़ावा देने की आवश्यकता है। उन्होंने RDSS योजना, मीटरिंग, उपभोक्ताओं को सुगम सेवाओं आदि विषयों पर भी डिस्कॉम चेयरमैन सु आरती डोगरा से फीडबैक लिया।
इस अवसर पर अक्षय ऊर्जा निगम के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक रोहित गुप्ता, जोधपुर डिस्कॉम के प्रबंध निदेशक डॉ. भंवरलाल, अजमेर डिस्कॉम के प्रबंध निदेशक केपी वर्मा, ऊर्जा विभाग के संयुक्त सचिव सौरभ स्वामी भी मौजूद रहे।
विद्यालय के संचालन के लिए खरेखड़ी रोड पर भूमि आवंटित की जा चुकी है। जब तक स्थाई भवन निर्माण पूर्ण नहीं होता, विद्यालय का संचालन राजकीय बांगड़ विद्यालय परिसर से किया जाएगा।
इस शैक्षणिक सत्र से प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है और 15 जुलाई तक इच्छुक विद्यार्थी आवेदन कर सकते हैं। प्रधानाचार्य के रूप में रामकिशन शर्मा एवं अन्य शिक्षकों की नियुक्ति भी हो चुकी है।
यह भी पढ़े :आरसीए में बड़ा बदलाव: जयदीप बिहाणी हटाए गए, कुमावत बने नए संयोजक