हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या से बचने के लिए करें ये उपाय

हाई कोलेस्ट्रॉल
हाई कोलेस्ट्रॉल

हृदय रोग की समस्याएं सभी उम्र के लोगों में बढ़ती हुई देखी जा रही हैं। हाल के वर्षों में 30 से कम आयु वालों में हार्ट अटैक और इससे मौत के मामले काफी बढ़ गए हैं। हृदय की बढ़ती बीमारियों के लिए हाई कोलेस्ट्रॉल और हाई ब्लड प्रेशर को प्रमुख कारण माना जाता रहा है, इन दिनों को कंट्रोल में रखना शरीर को स्वस्थ रखने के लिए सबसे जरूरी है। क्या आपका कोलेस्ट्रॉल लेवल नियंत्रित है?
कोलेस्ट्रॉल का नाम सुनते ही अक्सर दिल की बीमारियों का ख्याल आता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कोलेस्ट्रॉल वास्तव में इतना भी बुरा नहीं है? वास्तव में, यह शरीर की कोशिकाओं की बनावट, हार्मोन्स के निर्माण और पाचन में जरूरी भूमिका निभाता है। समस्या तब होती है जब शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ जाती है और गुड कोलेस्ट्रॉल की घट जाती है। अब आपके मन में भी सवाल आ रहा होगा कि क्या कोई ऐसा तरीका है, जिसकी मदद से आपको कभी बैड कोलेस्ट्रॉल बढऩे की दिक्कत ही न हो?

कोलेस्ट्रॉल बढऩे के कारण होने वाली समस्याएं

हाई कोलेस्ट्रॉल
हाई कोलेस्ट्रॉल

हृदय रोग विशेषज्ञ कहते हैं, कम उम्र से ही अगर जीवनशैली में सुधार कर लिया जाए तो बैड कोलेस्ट्रॉल की समस्या से बचा जा सकता है। यूएस स्थित कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. एड्रियाना क्विनोनेस-कैमाचो कहती हैं, हाई कोलेस्ट्रॉल का स्तर आपके हृदय के स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है। कोलेस्ट्रॉल वर्षों से आपकी धमनियों की दीवारों में जमा होता है। प्लाक के निर्माण करके धमनियों को संकरा और सख्त कर देता है, जिससे हृदय रोग, दिल के दौरे और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। बैड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में आपके खराब आहार और गड़बड़ जीवनशैली की मुख्य भूमिका होती है। जो लोग संतृप्त और ट्रांस फैट वाली चीजें अधिक खाते हैं, गतिहीन जीवनशैली जीते हैं, अत्यधिक धूम्रपान और शराब का सेवन करते हैं, मोटापा या मधुमेह जैसी बीमारियों का शिकार हैं उनमें ये दिक्कत अधिक देखी जाती है। इसका मतलब है कि अगर कम उम्र से ही इनमें सुधार कर लिया जाए तो कोलेस्ट्रॉल बढऩे के खतरे से बचा जा सकता है।

खान-पान में बदलाव जरूरी

अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रिशियन में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, डाइटरी फाइबर वाली चीजों को आहार में अधिक से अधिक शामिल करके बैड कोलेस्ट्रॉल को 5-10त्न तक कम कर सकता है। दलिया, साबुत अनाज, सेब, बीन्स का सेवन बढ़ाने से आपको लाभ मिल सकता है।

ट्रांस फैट से बचें और ओमेगा-3 फैटी एसिड की मात्रा बढ़ाएं

बैड कोलेस्ट्रॉल की समस्या से बचे रहने का एक फार्मूला ये भी है कि आहार में ट्रांस फैट वाली चीजें जैसे बेकरी आइटम्स, फ्राई चीजों की मात्रा कम कर दें। इस तरह के खाद्य पदार्थ भी कोलेस्ट्रॉल की समस्या को बढ़ाने वाले हो सकते हैं। हार्वड मेडिकल स्कूल की एक रिपोर्ट के अनुसार, ओमेगा-3 फैटी एसिड वाली चीजों को अपने आहार में शामिल करने से हृदय संबंधी बीमारियों का जोखिम 30त्न तक कम हो सकता है। अखरोट, अलसी के बीज, मछली और एवोकाडो आदि को आहार का हिस्सा बनाएं।

इन उपायों पर भी देते रहें ध्यान

डॉक्टर कहते हैं, कोलेस्ट्रॉल की समस्या कोई अचानक आने वाली बीमारी नहीं है, यह वर्षों तक चुपचाप शरीर में बढ़ती है। लेकिन यदि हम आज से ही अपने खानपान, व्यायाम, सोच और आदतों में बदलाव लाएं तो न केवल हम कोलेस्ट्रॉल से बल्कि उससे जुड़ी हृदय संबंधी बीमारियों से भी सुरक्षित रह सकते हैं। बैड कोलेस्ट्रॉल से बचाव के लिए लाइफस्टाइल में कुछ और सुधार करना जरूरी है।
रेड मीट और प्रोसेस्ड मीट को सीमित करें। इसकी जगह अंडे के सफेद भाग, टोफू और दालों का सेवन अधिक से अधिक करें। सक्रिय जीवनशैली अपनाएं, नियमित व्यायाम करें। एरोबिक व्यायाम को कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर दोनों को कंट्रोल रखने वाला पाया गया है। हार्वर्ड हेल्थ की रिपोर्ट के अनुसार, लगातार तनाव में रहने से भी कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ सकता है। स्ट्रेस को कंट्रोल करने वाले तरीकों पर भी ध्यान देना जरूरी है।

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