
अजमेर। राजस्थान के भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़ और राजसमंद जिलों में हुई मूसलाधार बारिश ने बीसलपुर बांध में जलस्तर में उल्लेखनीय बढ़ोतरी की है। बीते 48 घंटों में हुई तेज वर्षा के चलते बांध में 74 सेमी पानी की आवक दर्ज की गई, जिससे राजधानी जयपुर, अजमेर और टोंक के निवासियों को जल संकट से राहत मिली है।
बीसलपुर बांध, जिसे इन तीनों शहरों की जल जीवन रेखा कहा जाता है, का जलस्तर अब 313.42 मीटर पर पहुंच गया है। इससे अगले 36 दिनों तक नियमित जलापूर्ति सुनिश्चित हो गई है। इस समय बीसलपुर में कुल 656.535 एमक्यूएम पानी संग्रहित हो चुका है, जो कुल क्षमता का 59.91% है।

गुरुवार देर शाम तक जल की आवक जारी रही, हालांकि त्रिवेणी नदी के बहाव में कमी दर्ज की गई और यह अब 8 मीटर से घटकर 4 मीटर रह गया है। जल संसाधन विभाग के अनुसार यदि इसी प्रकार पानी की आवक बनी रही, तो जुलाई के अंत तक बांध के गेट खोलने की नौबत आ सकती है, जैसा कि पिछली बार बिपरजॉय चक्रवात के दौरान हुआ था।बीसलपुर बांध को जयपुर, अजमेर और टोंक की जल जीवन रेखा कहा जाता है। इन तीनों शहरों को प्रतिदिन लगभग 1100 एमएलडी पानी की आपूर्ति बीसलपुर से होती है। बांध की कुल क्षमता 1095.840 एमक्यूएम है
पिछले वर्ष जुलाई की तुलना में इस बार जलस्तर कहीं बेहतर स्थिति में है। 2024 में इसी दिन तक बांध में मात्र 279.600 एमक्यूएम पानी था, जो कि कुल क्षमता का केवल 28% था।
मौसम विभाग ने आने वाले दो सप्ताहों में और अच्छी बारिश की संभावना जताई है, जिससे जल भंडारण और बेहतर हो सकता है। यह खबर जयपुर, टोंक और अजमेर के निवासियों के लिए राहत देने वाली है, जहां गर्मियों में हर साल जल संकट गहराता है।