राजस्थान में मानसून हुआ मेहरबान, पूर्वी जिलों में भारी बारिश का अलर्ट

मानसून
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जयपुर। राजस्थान में दक्षिण-पश्चिम मानसून सक्रिय है। राज्य में अब तक औसतन सामान्य से 126 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई है। मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर की रिपोर्ट के अनुसार वर्तमान में गंगीय पश्चिम बंगाल क्षेत्र के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र (लो प्रेशर एरिया) आगामी 48 घंटों में धीरे-धीरे उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ेगा। इस सिस्टम के प्रभाव से मानसून ट्रफ लाइन आज श्रीगंगानगर से होकर गुजर रही है, जिससे पूर्वी राजस्थान में अगले कुछ दिनों तक मानसूनी गतिविधियां और अधिक तेज होंगी।

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मौसम विभाग ने बताया कि इस प्रणाली के प्रभाव से भरतपुर, जयपुर, कोटा और उदयपुर संभागों में 8 से 10 जुलाई के बीच कहीं-कहीं भारी से अति भारी वर्षा हो सकती है। विशेषकर 9 जुलाई को कोटा संभाग के कुछ स्थानों पर अत्यंत भारी वर्षा की संभावना है। इसे देखते हुए विभाग ने प्रदेश के छह जिलों में ऑरेंज अलर्ट तथा 24 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है। राज्य के पश्चिमी हिस्सों में हालांकि वर्षा की तीव्रता अपेक्षाकृत कम रहेगी। जोधपुर संभाग के अधिकांश भागों में आगामी तीन से चार दिनों तक वर्षा की गतिविधियों में कमी रहेगी। वहीं, बीकानेर संभाग के कुछ क्षेत्रों में हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना जताई गई है।

सोमवार को प्रदेश के विभिन्न भागों में मेघगर्जन के साथ हल्की वर्षा दर्ज की गई। माउंट आबू में न्यूनतम तापमान तापमान 16.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि श्रीगंगानगर में अधिकतम तापमान 39.9 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। जयपुर में न्यूनतम तापमान 24.1 डिग्री, कोटा में 26.6 डिग्री, जोधपुर में 26.0 डिग्री, बीकानेर में 27.0 डिग्री और जैसलमेर में 28.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राज्य के अधिकांश भागों में हवा में आर्द्रता का स्तर 60 से 100 प्रतिशत के बीच रहा, जिससे उमस भरे वातावरण के साथ भारी वर्षा की संभावनाएं और प्रबल हुई हैं।

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