चातुर्मास आत्मशुद्धि और नैतिक जागृति का विशेष काल: राज्यपाल हरीभाऊ बागड़े

राज्यपाल हरीभाऊ बागड़े
राज्यपाल हरीभाऊ बागड़े

भीलवाड़ा— राजस्थान के राज्यपाल हरीभाऊ बागड़े ने मंगलवार को भीलवाड़ा के सुभाष नगर स्थित जैन स्थानक में आयोजित चातुर्मासिक मंगल प्रवेश समारोह में भाग लिया। यह आयोजन आध्यात्मिक चातुर्मास महोत्सव समिति के तत्वावधान में सम्पन्न हुआ।

राज्यपाल बागड़े ने अपने प्रेरणादायी संबोधन में कहा कि चातुर्मास का काल आत्मशुद्धि, संयम और सामाजिक सद्भाव का विशेष अवसर है। इस दौरान साधु-संत एक स्थान पर ठहरकर तप, ध्यान और प्रवचनों के माध्यम से समाज को नैतिक मूल्यों की शिक्षा देते हैं। उन्होंने कहा कि यह परंपरा भगवान महावीर के समय से चली आ रही है और आज भी समाज में आध्यात्मिक चेतना जाग्रत करने का कार्य कर रही है।

राज्यपाल हरीभाऊ बागड़े
राज्यपाल हरीभाऊ बागड़े

राज्यपाल ने जैन धर्म की सराहना करते हुए इसे अहिंसा, जीवदया और आत्मशुद्धि का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि चातुर्मास में दिए जाने वाले प्रवचन व्यक्ति के अंतर्मन को जाग्रत कर समाज में सकारात्मक सोच का संचार करते हैं।

बागड़े ने कहा, “सच्चा साधु वही है जो समाज के कल्याण के लिए कार्य करता है। दूसरों के हित में किया गया कार्य ही सच्ची सिद्धि है।”

राज्यपाल ने भारतीय संस्कृति की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इसे मिटाने के कई प्रयास हुए, लेकिन इसकी गहराई और जीवन मूल्य इसे आज भी अडिग बनाए हुए हैं। उन्होंने नई शिक्षा नीति का उल्लेख करते हुए कहा कि यह नीति छात्रों के बौद्धिक, शारीरिक, नैतिक और सांस्कृतिक विकास को समान रूप से प्राथमिकता देती है।

समारोह के दौरान राज्यपाल ने मंच पर विराजित जैन साध्वियों से आशीर्वाद प्राप्त किया और समाज को दिए जा रहे उनके आध्यात्मिक मार्गदर्शन की भूरि-भूरि प्रशंसा की।

राज्यपाल के आगमन को लेकर जिला प्रशासन की ओर से सुरक्षा, यातायात और भीड़ नियंत्रण समेत सभी व्यवस्थाएं कलेक्टर जसमीत सिंह संधू के निर्देशन में सुव्यवस्थित ढंग से की गईं, जिससे पूरा कार्यक्रम गरिमामय वातावरण में सम्पन्न हुआ।

इस अवसर पर उपस्थित प्रमुख गणमान्यजन: कैलाश विजयवर्गीय, नगरीय विकास एवं आवासन मंत्री, मप्र दामोदर अग्रवाल, सांसद अशोक कोठारी, गोपाल खंडेलवाल, जब्बर सिंह सांखला, चंद्रभान सिंह आक्या, विधायकगण राकेश पाठक, महापौर विट्ठल शंकर अवस्थी, पूर्व विधायक प्रशांत मेवाड़ा, भाजपा जिलाध्यक्ष सहित बड़ी संख्या में प्रशासनिक अधिकारी, सामाजिक कार्यकर्ता और श्रद्धालु उपस्थित रहे।

कार्यक्रम के अंत में अतिथियों ने चातुर्मासिक अनुशासन और प्रवचन श्रंखला के शुभारंभ की मंगलकामनाएं व्यक्त कीं और श्रद्धालुओं से साधना, सेवा और संयम का पालन करने का आह्वान किया।

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