
जयपुर। राजस्थान सरकार के पशुपालन, गोपालन, डेयरी एवं देवस्थान विभाग के केबिनेट मंत्री जोराराम कुमावत ने कहा कि राज्य सरकार व मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा आमजन की परिवेदनाओं के निस्तारण के लिए पूरी तरह से संवेदनशील हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की मंशा है कि प्रदेश में अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति की समस्या का समाधान हो, इसके लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। कुमावत ने इन जननेताओं से क्षेत्रीय विकास से जुड़े मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की। जनप्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्रों की प्राथमिक आवश्यकताओं एवं जनसमस्याओं की जानकारी दी। इस दौरान प्राप्त होने वाली शिकायतों के निस्तारण के लिए कार्य किया जा रहा है। मंत्री कुमावत ने मंगलवार को सिविल लाइंस स्थित अपने सरकारी आवास पर जनसुनवाई के दौरान कहा कि सरकार की ओर से आमजन को राहत देने के लिए जनसुनवाई की व्यवस्था की गई है।
सुनी समस्याएं, किया निर्देशित
जनसुनवाई के दौरान बड़ी संख्या में प्रदेशभर से लोग पहुंचे। जनसुनवाई में शिक्षा, चिकित्सा, जल आपूर्ति, पेंशन, सड़क निर्माण, प्रशासनिक सेवाओं सहित अनेक विषयों से जुड़ी शिकायतें सामने आईं। केबिनेट मंत्री ने हर आवेदक की बात गंभीरता से सुनी और मौके पर ही संबंधित विभागों के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। कई प्रकरणों में तुरंत कार्रवाई की पहल कर दी गई। हर सोमवार, मंगलवार व बुधवार को नियमित रूप से होने वाली जनसुनवाई प्रदेश में संवेदनशील सुशासन की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रही है।
जनसुनवाई में भी बड़ी संख्या में नागरिकों ने भाग लिया और समस्याओं के समाधान को लेकर आश्वस्त नजर आए। इस दौरान विधायक जयदीप बिहाणी, विधायक प्रताप सिंह सिंघवी एवं जयपुर जिला प्रमुख रमा देवी चोपड़ा ने मंत्री जोराराम कुमावत से शिष्टाचार भेंट की। कुमावत ने इन जननेताओं से क्षेत्रीय विकास से जुड़े मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की। जनप्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्रों की प्राथमिक आवश्यकताओं एवं जनसमस्याओं की जानकारी दी। सभी विषयों को गंभीरता से संज्ञान में लेते हुए समाधान हेतु संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किए।