नई दिल्ली। भारतीय बैडमिंटन सितारे वर्ल्ड चैंपियनशिप 2025 से पहले अपनी लय और प्रदर्शन का आंकलन करने के लिए अब चाइना ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट में उतरने को तैयार हैं। यह प्रतिष्ठित टूर्नामेंट 23 जुलाई से चीन के चांगझू शहर में शुरू होगा, जिसमें दुनिया भर के शीर्ष बैडमिंटन खिलाड़ी भाग लेंगे।
भारतीय प्रशंसकों की निगाहें विशेष रूप से स्टार डबल्स जोड़ी सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी पर होंगी, जिन्होंने हाल ही में थाईलैंड ओपन में स्वर्ण पदक जीतकर वापसी के संकेत दिए थे। सात्विक-चिराग की जोड़ी इस समय दुनिया की टॉप-3 डबल्स जोड़ियों में शामिल है और उनसे टूर्नामेंट में मजबूत प्रदर्शन की उम्मीद है।
महिला एकल वर्ग में दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधु पर भी सबकी नजरें टिकी होंगी। सिंधु इस वर्ष चोटों और फॉर्म से संघर्ष करती रही हैं, लेकिन यह टूर्नामेंट उनके लिए फॉर्म में वापसी का बेहतरीन मौका है। वर्ल्ड चैंपियनशिप से पहले आत्मविश्वास हासिल करना उनके लिए महत्वपूर्ण होगा।
पुरुष एकल वर्ग में लक्ष्य सेन, एचएस प्रणॉय और किदांबी श्रीकांत भारतीय चुनौती का नेतृत्व करेंगे। लक्ष्य सेन ने हाल ही में कनाडा ओपन में सेमीफाइनल तक पहुंचकर फॉर्म में वापसी के संकेत दिए थे। वहीं प्रणॉय और श्रीकांत के अनुभव इस प्रतियोगिता में भारत के लिए उपयोगी साबित हो सकते हैं।
भारतीय बैडमिंटन संघ (BAI) ने खिलाड़ियों की फिटनेस और रणनीति पर खास जोर देते हुए उन्हें अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों के लिए तैयार किया है। कोचिंग स्टाफ का मानना है कि चाइना ओपन एक तरह की ‘ड्रेस रिहर्सल’ की तरह है, जहां खिलाड़ी अपनी तकनीक और मानसिक मजबूती को परख सकेंगे।
टूर्नामेंट में चीन, जापान, इंडोनेशिया, डेनमार्क और कोरिया जैसी बैडमिंटन महाशक्तियों की चुनौती से भारतीय खिलाड़ियों को कड़ी टक्कर मिलेगी। हालांकि, हालिया प्रदर्शन और तैयारी को देखते हुए भारत के पास पदक जीतने के पूरे अवसर हैं।
यह भी पढ़े :नई टाउनशिप नीति से राजस्थान में आधुनिक शहरीकरण को मिलेगी रफ्तार