WCL पर PCB का ‘बैन’: भारत को समर्थन देना पाकिस्तान को नागवार गुजरा

पीसीबी
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इस्लामाबाद। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ़ लीजेंड्स (WCL) के आयोजकों पर पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए भविष्य में इस टूर्नामेंट में अपने खिलाड़ियों की भागीदारी पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है। यह बड़ा फैसला तब आया जब भारतीय टीम ने पुलवामा आतंकवादी हमले के बाद देश के रुख का हवाला देते हुए पाकिस्तान के खिलाफ WCL के ग्रुप चरण और सेमीफाइनल दोनों मुकाबले खेलने से इनकार कर दिया था।

‘पाखंड और पक्षपातपूर्ण’ बताया WCL का निर्णय

मोहसिन नकवी
मोहसिन नकवी

मोहसिन नकवी की अध्यक्षता में बोर्ड ऑफ़ गवर्नर्स की वर्चुअल बैठक के बाद पीसीबी ने एक बयान जारी किया। इसमें कहा गया, “पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) घोषणा करता है कि वह भविष्य में वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ़ लीजेंड्स (WCL) में भाग लेने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा रहा है।” पीसीबी ने WCL द्वारा भारत को अंक देने के फैसले पर भी कड़ी आपत्ति जताई और इसे “पाखंड और पक्षपातपूर्ण” बताया।

दरअसल, भारत और पाकिस्तान के बीच ग्रुप चरण में मुकाबला होना था, लेकिन भारतीय टीम (जिसमें शिखर धवन, युवराज सिंह, इरफान पठान, सुरेश रैना और हरभजन सिंह जैसे खिलाड़ी शामिल थे) ने आतंकवादी हमले और उसके बाद के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद राष्ट्रीय भावनाओं का हवाला देते हुए पाकिस्तानी टीम के खिलाफ खेलने से इनकार कर दिया। भारत के सेमीफाइनल में नहीं खेलने के कारण पाकिस्तान सीधे फाइनल में पहुंच गया था।

खेल भावना पर राजनीति हावी होने का आरोप

'बैन
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पीसीबी ने अपने बयान में कहा, “पीसीबी ने WCL के जानबूझकर मैच गंवाने वाली टीम को अंक देने के फैसले की समीक्षा की। इसके अलावा, भारत बनाम पाकिस्तान लीजेंड्स मैचों को रद्द करने की घोषणा करने वाली WCL की प्रेस विज्ञप्तियों की विषय-वस्तु की समीक्षा भी की गई और उसने इन्हें पाखंड और पूर्वाग्रह से ग्रस्त पाया।” बोर्ड ने आगे कहा कि वह अपने खिलाड़ियों को ऐसी प्रतियोगिताओं में भाग लेने की अनुमति नहीं दे सकता, जहां “खेल भावना पर पक्षपातपूर्ण राजनीति हावी हो रही हो और जो खेल भावना के मूल तत्व को कमजोर कर रही हो।”

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