शिमला : हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश के बीच, किन्नर कैलाश यात्रा मार्ग पर अचानक आई बाढ़ के कारण सैकड़ों तीर्थयात्री फंस गए। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) ने तुरंत कार्रवाई करते हुए एक बड़ा बचाव अभियान चलाया और अब तक 413 तीर्थयात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला है।
बादल फटने से आई बाढ़
यह घटना किन्नौर जिले के तांगलिंग क्षेत्र में हुई, जहां बादल फटने की वजह से तांगलिंग खड्ड में भयंकर बाढ़ आ गई। इस बाढ़ की चपेट में आने से यात्रा मार्ग पर बने दो लकड़ी के पुल बह गए, जिससे यात्रियों का आगे बढ़ना और लौटना दोनों ही असंभव हो गया।
बचाव अभियान और यात्रा स्थगित
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, जिला प्रशासन ने तत्काल ITBP और NDRF को सूचित किया। बचाव दलों ने मौके पर पहुंचकर आधुनिक उपकरणों और रस्सी आधारित तकनीकों का इस्तेमाल करते हुए फंसे हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।
प्रशासन ने अगले आदेश तक के लिए किन्नर कैलाश यात्रा को स्थगित कर दिया है और फंसे हुए यात्रियों को सुरक्षित आश्रयों में रखा गया है। साथ ही, पर्यटकों और स्थानीय लोगों को भी सतर्क रहने की सलाह दी गई है, क्योंकि मौसम विभाग ने राज्य में और भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
इस आपदा के कारण, राष्ट्रीय राजमार्ग-5 पर भी यातायात बाधित हुआ है, जिससे सामान्य जनजीवन पर असर पड़ा है। अधिकारी लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और जल्द से जल्द यातायात बहाल करने का प्रयास कर रहे हैं।
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